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Year Ender 2021: जानिए कौन सी थी कोरबा की वो बड़ी घटनाएं जो रहेंगी यादों में...

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Published : Dec 28, 2021, 1:33 PM IST

Updated : Dec 29, 2021, 2:19 PM IST

साल 2021 खत्म होने वाला है. इस साल बहुत कुछ ऐसा हुआ जो कोरबा के लिए अहम रहेगा. आइये आपको बताते हैं इस साल की वो 21 वजहें जिनके लिए इस साल को याद किया जाएगा.

Year Ender 2021
कोरबा की वो बड़ी घटनाएं

कोरबा: साल 2021 की विदाई जल्द होने वाली है. लेकिन इस वर्ष कई ऐसी घटनाएं घटी, जो हमेशा याद रहेंगी. इस साल कोरबा को कुछ सौगातें मिली तो, नीति आयोग की रैंकिंग में कोरबा काफी पिछड़ गया. साल भर के दौरान राजनैतिक उतार-चढ़ाव भी बने रहे. कोरोना के चंगुल में फंसने के बाद फिर से उबरने और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में जो मुश्किलें सामने आई को किसी चुनौती से कम नहीं थी.

आइए बताते हैं कि कौन सी वो घटनाएं थी जिन्हें हमेशा याद रखा जाएगा

  • कोरबा में सीएम का दौरा, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और ऑक्सीजोन पार्क के साथ 836 करोड़ों की सौगात

साल की शुरुआत में 4 जनवरी को सीएम भूपेश बघेल कोरबा प्रवास पर रहे. इस दौरान सीएम ने सभा को संबोधित किया. कोरबा में 10 करोड़ की लागत से अशोक वाटिका को ऑक्सीजोन पार्क बनाए जाने की घोषणा की. तो इंदिरा स्टेडियम परिसर को स्पोर्ट्स एकेडमी के तौर पर स्थापित करने की बड़ी घोषणा की. सीएम सतरेंगा में भी पूरी रात रूके और यहां के मनोरम दृश्यों का जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने कुछ 836 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात कोरबा को दी.

कोरबा में सीएम का दौरा
  • डीएफओ और आदिवासी समाज की तकरार साल भर सुर्खियों में

कटघोरा डीएफओ और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (Gondwana Republic Party) के बीच की तकरार साल भर सुर्खियों में रही. 6 जनवरी को गोंडवाना समाज ने पैदल मार्च करते हुए डीएफओ कार्यालय का घेराव किया. बाद में उन्होंने जिला मुख्यालय का भी घेराव किया.
डीएफओ को हटाए जाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया गया. कई आंदोलन हुए, कई शिकायतें हुई. लेकिन डीएफओ शमा फारुखी अब भी कटघोरा में ही पदस्थ हैं.

डीएफओ और आदिवासी समाज की तकरार
  • सरकारी डॉक्टर ने निजी अस्पताल में बुलाकर ऑपरेशन कर दिया, 6 साल के बच्चे की मौत

10 जनवरी की रात कोसाबाड़ी में जमकर हंगामा हो गया. बाल्को थाना क्षेत्र के परसाभाठा के रहने वाले मनोज केवट ने 6 साल के बेटे दिव्यांश को बालको के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां शाम को बच्चे का हर्निया का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी. जिसे कोसाबाड़ी एक निजी अस्पताल लाया गया. वहां पहुंचकर बच्चे की मौत हो गई. बाद में पता चला कि जिला अस्पताल में पदस्थ एक सरकारी चिकित्सक ने निजी अस्पताल में बुलाकर ऑपरेशन किया था. इस घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थी. लेकिन हुआ कुछ नहीं. मामला जांच के आदेश के बाद समाप्त हो गया.

  • कोरोना टीके आए तो ताली बजाकर किया स्वागत

कोरोना से लंबे संघर्ष के बाद 14 जनवरी को 6,800 टीके कोरबा पहुंचे. यह पहला अवसर था जब कोरोना टीकों की पहली खेंप कोरबा को मिली थी. कोरोना टीका जैसे ही जिले में पहुंचे, स्वास्थ्य कर्मियों ने ताली बजाकर स्वागत किया. 16 जनवरी को सिविल सर्जन डॉ. तिवारी ने कोरोना का पहला टीका लगाया और इस तरह कोरबा में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई.

कोरोना टीके आए तो ताली बजाकर किया स्वागत
  • बालको ने बनाई 10 हजार करोड़ के निवेश की योजना

एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी बालको ने कोरबा में 5.10 लाख टन की क्षमता वाला नया स्मेल्टर प्लांट लगाने की घोषणा की थी. इसमें 10000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई. फिलहाल बालको में 5.10 एल्युमिनियम उत्पादन होता है. नई परियोजना के बाद 10.85 लाख टन सालाना उत्पादन होगा. इस प्रोजेक्ट से रोजगार के नए द्वार खुलेंगे. इसकी जनसुनवाई भी बालको ने पूरी कर ली है. प्रक्रिया अभी जारी है.

एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी बालको
  • भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय पर नगद इनाम की घोषणा

भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय की गिरफ्तारी के लिए कोरबा एसपी ने 5000 रुपये के नगद इनाम की घोषणा की थी. सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के ऊपर साल 2012 में सोहागपुर में धान खरीदी के दौरान घोटाले का आरोप है. न्यायालय के आदेश में नामजद होने के बाद से आरोपी बीजेपी नेता देवेंद्र पांडे फरार चल रहे थे. जिसके बाद फरार आरोपी देवेंद्र पांडे पर एसपी ने 5000 का इनाम घोषित किया था. देवेंद्र पांडे और उनके करीबी पूर्व गृह मंत्री ननकीराम के बीच चली आ रही तकरार ने भी इस वर्ष खूब सुर्खियां बटोरी थी. ईओडब्ल्यू से भी देवेंद्र पांडे के खिलाफ जांच लंबित है.

भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय पर नगद इनाम की घोषणा
  • भू-विस्थापितों ने कराया खदान बंद

भू विस्थापित दशकों से संघर्ष कर रहे हैं. फरवरी के पहले सप्ताह में भी विस्थापितों ने 12 घंटे तक कुसमुंडा खदान का उत्पादन और डिस्पैच पूरी तरह से बंद कर दिया था. यह साल भू स्थापितों के संघर्ष, आंदोलन और मुखर होने के लिए याद किया जाएगा. विस्थापितों का आंदोलन अब भी जारी है.

  • रेल सुविधा से कटघोरा, पाली और पोड़ी जुड़ेंगे पहली बार

केंद्र सरकार ने अपने आम बजट में गेवरा रोड-पेंड्रा रोड रेल कॉरिडोर के लिए लंबे चौड़े बजट का प्रावधान किया है. इसकी लंबाई 127.7 किलोमीटर है. इस परियोजना को पूरा होने तक 1,650 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है. परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने इस साल 800 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है.

रेल सुविधा से कटघोरा, पाली और पोड़ी जुड़ेंगे पहली बार
  • राजस्व विभाग की गड़बड़ी में श्रीराम के नाम पर दर्ज कर दी जमीन अयोध्या का बताया निवासी

18 फरवरी को कोरबा में एक ऐसा मामला संज्ञान में आया था. जिसने सभी को हैरत में डाल दिया था. जमीन अफरा-तफरी के एक मामले में पुरानी बस्ती निवासी मनीराम आदिले के खसरा नंबर 188/2 की 0.068 हेक्टेयर जमीन रिकॉर्ड में दर्ज थी. लेकिन जब परिजनों में रिकॉर्ड निकलवाया तब यह जमीन श्रीराम के नाम पर दर्ज निकली. जिसे अयोध्या का निवासी बता दिया गया था. इनके पिता का नाम भी दशरथ के तौर पर दर्ज था. मामले की जांच हुई लेकिन दोषियों पर कार्रवाई अब तक नहीं हुई है.

  • आकांक्षी जिलों की रैंकिंग में 36वें स्थान पर खिसका कोरबा

केंद्र सरकार की नीति आयोग द्वारा देश के 112 आकांक्षी जिले की रैंकिंग जारी की गई. कोरबा 14वें से 36वें स्थान पर खिसक गया. वर्ष 2020 के प्रदर्शन के आधार पर 6 मार्च 2021 को जारी रैंकिंग में हेल्थ वन न्यूट्रिशन, कृषि बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा के क्षेत्र में खराब प्रदर्शन के लिए कोरबा को काफी नुकसान हुआ.

  • 7 हाथी और 8 भालूओं की मौत

हाथियों की मौत ने वैसे तो पूरे छत्तीसगढ़ में सुर्खियां बटोरी. लेकिन कोरबा में 7 हाथियों की मौत हुई. 5 वर्ष पहले कोरबा जिले में 5,299 पशु पक्षी थे. इनकी संख्या बढ़कर 6412 पहुंच गई है. जबकि कोरबा में 292 पशु और पक्षियों की संख्या कम हुई. इनमें सबसे बड़ी चिंता राष्ट्रीय पक्षी मोर की संख्या कम हो जाने से है. पांच साल पहले इनकी संख्या 47 थी. जबकि 2021 में वन विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार मोर की संख्या 35 हो गई. इसी तरह 424 चीतल थे. जिनकी संख्या अब 398 है. 2021 में 8 भालूओं की भी मौत का मामला गरमाया रहा.

हाथी की मौत
भालू की मौत
  • कोरोना की चपेट में माइनिंग विभाग

मार्च के अंतिम सप्ताह में दूसरी लहर के दौरान प्रशासनिक अमला भी कोरोना से बच नहीं सका. माइनिंग विभाग के एक बाबू की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई. तो वही ज्वाइंट कलेक्टर और डिप्टी डायरेक्टर स्तर के अधिकारी भी बुरी तरह से संक्रमित हुए थे. 5 लोगों के संक्रमित होने की वजह से कलेक्ट्रेट को ही बंद करना पड़ा. खासतौर पर माइनिंग विभाग की हालत बेहद खराब रही.

  • दान पेटी में फंस गया चोर का हाथ

5 अप्रैल की सुबह कोरबा में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई. पावर हाउस रोड स्थित सिद्धि वटेश्वर हनुमान शनि मंदिर में दो चोर चोरी की नियत से मंदिर में घुसे. दान पेटी से भी पैसे निकालने की कोशिश की तो चोर का हाथ दान पेटी में फंस गया. 4 घंटे तक उसका साथी त्रिशूल और अन्य सामान से दान पेटी के ऊपर का हिस्सा तोड़कर हाथ निकालने की कोशिश करता रहा. लेकिन वह नाकाम रहा. सुबह होने के बाद लोगों ने उसे देख लिया और पुलिस ने आकर चोर को पकड़ लिया. इस मामले में आरोपी द्वारा मंदिर में जूता पहनकर प्रवेश करने से लेकर दैवीय प्रकोप की भी चर्चा रही.

दान पेटी में फंस गया चोर का हाथ
  • किंग कोबरा का स्थाई निवास बन गया कोरबा

14 अप्रैल को कोरबा के गांव बताती में 10 से 12 फीट का किंग कोबरा सांप मिला. दुनिया के सबसे जहरीले सांप किंग कोबरा बेहद दुर्लभ भी है. इसका कोरबा में पाए जाने से जैव विविधता के समृद्धता का प्रमाण मिला. यह भी पता चला कि बताती और आसपास के गांव में किंग कोबरा का स्थाई निवास है. वन विभाग ने इस प्रोजेक्ट को डेवेलप करने की ठानी. किंग कोबरा के निवास के तौर पर अब पूरे गांव को डेवलप किया जा रहा है. इसके लिए एक विशेष प्लान वन विभाग बना रहा है.

किंग कोबरा का स्थाई निवास बन गया कोरबा
  • 98 साल की बुजुर्ग महिला ने दी कोरोना को मात

कोरोना संक्रमण से सभी डरे हुए थे. वही दूसरी लहर के दौरान अब तक मिले संक्रमितों में सबसे बुजुर्ग महिला 98 साल के चंदाबाई यादव ने कोरोना को मात दी. संक्रमित होने के बाद बुजुर्ग महिला 6 दिन अस्पताल में भी भर्ती रही और फिर स्वस्थ्य होकर घर लौटी. जिसने कोरबा में सकारात्मकता का संचार किया. अप्रैल के दूसरे सप्ताह में आई इस खबर ने लोगों का खूब ध्यान बटोरा.

98 साल की बुजुर्ग महिला ने दी कोरोना को मात
  • कोरोना से एक ही दिन में 21 लोगों की मौत

कोरोना काल में 30 अप्रैल का दिन सबसे दर्द भरा रहा. इस दिन कोरबा में एक ही दिन में सर्वाधिक 21 लोगों की मौत हुई. तो 1,236 नए केस एक ही दिन में सामने आये. कोरोना काल में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. जिसने कोरबा को हिला कर रख दिया था.

  • DEO का तुगलकी फरमान

कोरोना संक्रमण काल में राज्य शासन ने सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिए थे. लेकिन कोरबा के पूर्व डीईओ सतीश पांडे ने 5 मई को सभी बीईओ को एक मौखिक आदेश दिया. जिसमें कहा गया कि शिक्षक रोज स्कूल आएंगे. एक्टिव सर्विलांस में सहयोग करने वाले भी आएंगे. घर में कोई सदस्य पॉजिटिव है, उन्हें भी स्कूल आना होगा. इस आदेश के बाद कोरबा में शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी हुई. एक शिक्षिका का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद कलेक्टर ने संज्ञान लेकर इस आदेश को निरस्त कराया.

  • सर्विलांस टीम को आदिवासी युवक ने फरसा लहराकर डराया

कोरोना संक्रमण काल के दौरान ड्यूटी कर रहे सरकारी कर्मियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. 6 मई को कोरबा ब्लॉक के वनांचल गांव अमलडीहा में सर्विलांस के लिए पहुंची टीम को एक आदिवासी युवक ने हाथ में फरसा लेक जान से मारने की धमकी दी और गांव से चले जाने को कहा. यह भी कहा कि गांव में कोई टीका नहीं लगाएगा. बाद में सर्विलांस टीम में ड्यूटी कर रहे सहायक शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और मितानिन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. फरसा लहराने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

  • महिला को हाथी ने कुचला

10 मई को कुरमुरा वन परिक्षेत्र के गीतकुंवारी गांव में दंपत्ति तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गए हुए थे. उनका सामना जंगली हाथी से हो गया. पति के सामने ही जंगली हाथी ने महिला को चपेट में ले लिया और कुचलकर उसकी जान ले ली. 2021 में भी हाथी मानव द्वंद जारी रहा. ऐसे कई मामले आए जिसमें हाथी ने कुचलकर लोगों को मौत के घाट उतार दिया.

कोरोना से एक ही दिन में 21 लोगों की मौत
  • एलिफेंट रिजर्व के लिए 52 करोड़ मंजूर

हाथी मानव द्वंद को रोकने के लिए लेमरू एलिफेंट रिजर्व (Lemru Elephant Reserve Korba) का नोटिफिकेशन की प्रक्रिया आगे बढ़ी. कैंपा मद से 52 करोड़ की मंजूरी दे दी गई. एलिफेंट रिजर्व (Elephant Reserve ) के नोटिफिकेशन भी जारी हो चुका है. कई गतिरोध के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा राज्य सरकार ने की. कई तरह के कार्य अब शुरू होने प्रस्तावित है.

महिला को हाथी ने कुचला
  • महिला कलेक्टर के स्थान पर फिर से दूसरी महिला आईएएस को कमान

5 मई को कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर किरण कौशल का राज्य सरकार ने तबादला कर दिया. उनके स्थान पर नए कलेक्टर के तौर पर जिले की कमान फिर से एक महिला आईएएस को सौंपी गई. रानू साहू वर्तमान में जिले की कलेक्टर बनाई गयी हैं. आईएएस कुलदीप शर्मा को भी नगर पालिक निगम में पदस्थ किया गया. दोनों आईएस ने एक साथ कोरबा की कमान संभाली.

महिला आईएएस को कमान
  • दो बच्चों की मां नाबालिग के साथ फरार

5 जून को कोरबा में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई थी. जिसने सभी को सोचने पर मजबूर किया. कोरबा के मानिकपुर चौकी क्षेत्र में शराबी पति से परेशान दो बच्चों की मां अपने से आधी उम्र के नाबालिक के साथ फरार हो गई. उनके बीच आठ-नौ माह से बातचीत हो रही थी. दरअसल 25 मई को ही महिला अपने दो बच्चों को छोड़कर नाबालिग प्रेमी संग फरार हो गई थी. परिजनों ने 2 दिन बाद 27 मई को इसकी सूचना मानिकपुर चौकी में दी. इस मामले में नाबालिग के साथ भागने के लिए महिला के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई. आरोपी महिला के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार किया.

  • खबर छापने की धमकी देकर उगाही करने पर 4 फर्जी पत्रकार गिरफ्तार

कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ फर्जी लोग इस अवसर के तौर पर देख रहे थे. 7 जून को कंप्लीट लॉकडाउन के दौरान 4 फर्जी पत्रकार फ़रसवानी गांव पहुंचे और लोगों को धमकी देने लगे. साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ अवैध वसूली की और पैसे नहीं देने पर खबर छापने की धमकी देने लगे. इसकी सूचना पर उरगा थाना पुलिस ने सभी फर्जी पत्रकार सुखसागर, राजेंद्र प्रसाद, पवन कुमार और कीर्तन पटेल को गिरफ्तार किया.

  • बाबू के घर में स्कूली बच्चों के कपड़े मिलने के बाद सस्पेंड की कार्रवाई

शिक्षा विभाग के बाबू जो विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ थे. उसके घर में स्कूल ड्रेस मिली. 10 जून को यह मामला सामने आया. ईटीवी भारत ने इसे उजागर किया. इसके अगले दिन कुछ ड्रेस नाले में बहते हुए पाई गई. शिक्षा विभाग ने जांच के दोषी बाबू को सस्पेंड कर दिया गया. इस मामले ने भी खूब सुर्खियां बटोरी. हालांकि तत्कालीन डीईओ सतीश पांडेय और इस मामले से बचने में कामयाब रहे. जवाबदेही बाबू पर डाल पर उस पर कार्रवाई की गई.

  • विपक्ष ने सड़क की गिट्टी उठाकर मेयर की टेबल पर रखी

16 जून को नगर पालिक निगम के विपक्षी भाजपा पार्षदों ने गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण का आरोप लगाते हुए सड़क से गिट्टी उठाकर मेयर के टेबल पर रख दी. इस मामले ने खूब सुर्खियां बटोरी. नगर निगम कार्यालय में हंगामा करने और धाराओं का उल्लंघन करने के लिए बीजेपी पार्षदों पर एफआईआर भी दर्ज हुई. इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ा. मंत्री से लेकर पूर्व गृह मंत्री के बीच जुबानी जंग छिड़ी रही.

Last Updated : Dec 29, 2021, 2:19 PM IST

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