कोरबा:कोरबा शहर के बुधवारी बाजार में डिज्नीलैंड मेला में एक बड़ा हादसा टल गया. दरअसल, शनिवार की रात यहां लगे बड़े नाव झूले में तकनीकी खराबी आने के कारण इसमें सवार लोग 20 मिनट तक हवा में ही लटके रहे. इस दौरान झूले में लगभग 30 से 50 लोग सवार थे. हालांकि कुछ देर बाद सभी को सकुशल नीचे उतार लिया गया. इस लापरवाही से मेले का संचालन करने वाले प्रबंधन पर लोगों ने जमकर भड़ास निकाली.
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तीन हफ्तों से बुधवारी बाजार में लगा है डिज़्नी लैंड मेला: पिछले 3 हफ्तों से शहर के बुधवारी बाजार के समीप मैदान में डिज्नीलैंड मेला लगा हुआ है. जहां अलग-अलग प्रकार के झूले मौजूद हैं. जिनमें सवार होकर लोग रोमांचित होते हैं. शनिवार की शाम को भी मेला खुला और लोग शाम के समय मेला और झूलों का लुफ्त उठाने डिज्नीलैंड पहुंचे थे. इसी दौरान देर रात को यह घटना हुई. जिसमें नाव झूले में सवार लोग कुछ समय के लिए झूले में फंस गये. झूले में सवार लोगों की सांस अटक गई थी, काफी मशक्कत के बाद उन्हें सकुशल नीचे उतारा जा सका.
लोगों की लगी भीड़ मेला प्रबंधन को जमकर कोसा: नाव झूला में एक सीधे डंडे के आकार का होता है. जिसके एक सिरे पर नाव जैसे आकार का शेड बना होता है. इसी में लोग सवार होते हैं. एक सिरे पर ही लोग बैठते हैं जबकि दूसरा सिरा खुला हुआ होता है. यही सिर हवा में जाता है और फिर नीचे आता है. यही प्रक्रिया बार-बार दोहराई जाती है. जिससे झूले में सवार होकर लोग रोमांचित होते हैं. शनिवार की रात को भी झूले में क्षमता के मुताबिक लोग इसमे सवार हुए, लेकिन एक बार जब झूला जब ऊपर गया तो वापस नीचे ही नहीं आया. लोग हवा में लटक गए इस दौरान मेले में अफरा-तफरी मच गई. लोगों की भीड़ जमा हो गई और मेला प्रबंधन के लोग भी परिस्थितियों को काबू करने के लिए यहां वहां भागते हुए दिखाई दिए
20 मिनट बाद लोग उतरे सकुशल:मेला में तैनात कर्मचारियों से जब इस लापरवाही का कारण पूछा गया तब उन्होंने बताया कि कुछ तकनीकी खराबी है. नट का पाना ढूंढने में समय लग गया. जिसके कारण लोगों को नीचे उतारने में इतना समय लगा. काफी देर तक कर्मचारी यह पाना ही ढूंढते रहे, इस दौरान लगभग 20 मिनट तक लोग हवा में ही लटके हुए थे जो काफी भयभीत हो गए थे. 20 मिनट बाद जब लोग उतरे तो झूले में सवार बच्चे रोते बिलखते हुए नीचे आए. वह काफी डरे सहमे हुए थे. झूले से उतरने के बाद इसमें सवार लोगों ने मेला प्रबंधन पर जमकर गुस्सा उतारा.
छोटी खराबी ठीक करने में भी नाकामी, यह एक बड़ी लापरवाही :झूले में फंसे शहर के नागरिक विनोद चंदानी ने बताया कि "हम हवा में ही 20 मिनट तक लटके हुए थे." वहीं कर्मचारियों ने बताया कि 1 नट बोल्ट में तकनीकी खराबी थी. जिसके कारण यह परिस्थिति निर्मित हुई. इन्हें एक नट का पाना ढूंढने में 20 मिनट का समय लग गया. जिससे मेला प्रबंधन की लापरवाही झलक रही है. हवा में जब हम ऊपर लटके हुए थे. तब सभी बेहद डर गए थे. हमारे साथ कुछ भी हो सकता था. झूले का संचालन करते वक्त और भी सावधानी बरतनी चाहिए. इस मामले में डिज्नीलैंड मेला प्रबंधन से कोई संपर्क नहीं हो सका, ना ही उनकी ओर से कोई अधिकृत जवाब ही दिया गया.