कोरबा: नगर सरकार के बाद अब ग्राम सरकार को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. 14 फरवरी को किसकी सरकार बनेगी ये तय हो जाएगा. कांग्रेस ने प्रदेश स्तर पर इसके लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त कर दिया है. कोरबा की जिम्मेदारी गुरमुख सिंह होरा को दी गई है.
जिला पंचायत कोरबा में तीन चरणों के मतदान के बाद तस्वीर साफ हो चुकी है. कुल 12 सीटों में से 6 सीटों पर जीत दर्ज कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है जबकि भाजपा को तीन सीटों के साथ संतोष करना पड़ा है.वहीं गोंगपा को एक सीट पर जीत मिली है और 2 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत का परचम लहराया है.
12 में से 6 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
नगर पालिका निगम की तरह यहां भी किसी भी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. 12 सीटों वाले जिला पंचायत कोरबा में बहुमत का आंकड़ा 7 है. लिहाजा 6 सीट जीतने वाली कांग्रेस ग्राम सरकार बनाने के सबसे करीब है. ऐसा माना जा रहा है कि किसी भी एक सदस्य को अपने पाले में लाकर कांग्रेस कार्यकर्ता ग्राम सरकार बनाने में सफल हो सकते हैं.
अध्यक्ष के लिए कमला का नाम सबसे आगे
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए रामपुर विधानसभा के क्षेत्र क्रमांक 3 से चुनाव जीतने वाली कमला राठिया का नाम सबसे आगे चल रहा है. कमला पूर्व जिला पंचायत सदस्य फूल सिंह राठिया की बहू हैं. फूल सिंह राठिया ने पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस से बगावत कर जोगी कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था और 48 हजार वोट के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था. तब कांग्रेस यहां तीसरे स्थान पर चली गई थी. इसके बाद हाल ही में फूल सिंह ने घर वापसी की और कांग्रेस ने इन्हीं की बहू को जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया, जो अब अध्यक्ष पद की सबसे प्रबल दावेदार हैं.