Land Displaced People Protest : कोरबा में एनटीपीसी के भू विस्थापितों को राजस्व मंत्री का समर्थन, 154 दिनों से कर रहे आंदोलन - NTPC
Land Displaced People Protest कोरबा के जमनीपाली एनटीपीसी पावर प्लांट के भू विस्थापित को 40 साल बाद भी न्याय का इंतजार है.नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर 154 दिनों से भू विस्थापित आंदोलन कर रहे हैं. जिन्हें राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने समर्थन दिया है. साथ ही साथ प्रशासन को मामले का हल निकालने के निर्देश दिए हैं. Korba news
एनटीपीसी के भू विस्थापितों को राजस्व मंत्री का समर्थन
एनटीपीसी के भू विस्थापितों को राजस्व मंत्री का समर्थन
कोरबा: जमनीपाली के 2600 मेगावाट के एनटीपीसी पावर प्लांट के कारण कई लोगों को अपनी जमीनें छोड़नी पड़ी. प्लांट से प्रभावित भू विस्थापित नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर पिछले 154 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. शुक्रवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पावर प्लांट प्रभावितों को अपना समर्थन दिया. मौके पर कोरबा और कटघोरा दोनों अनुभाग के एसडीएम भी मौजूद थे.जिन्हें राजस्व मंत्री ने विस्थापितों से चर्चा कर विस्थापित, एनटीपीसी प्रबंधन और प्रशासन की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित कराने के निर्देश दिए.
जिनकी जमीन गई उन्हें मिलना चाहिए मुआवजा और नौकरी : भू विस्थापितों को समर्थन देने धरना स्थल पर पहुंचे मंत्री ने कहा कि एनटीपीसी प्लांट से प्रभावित चारपारा कोहड़िया के ग्रामीण कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. इन्हें हमने अपना समर्थन दिया है.कोरबा और कटघोरा दोनों क्षेत्रों के एसडीएम को भी बुलाया है. मैंने निर्देश दिया है कि नौकरी, पुनर्वास और मुआवजे की मांगें सालों से लंबित हैं
'' प्रशासन अविलंब इनकी समस्या का निराकरण करें. मामला 40 साल पुराना है. बीच में ऐसा भी हुआ कि सीपत के प्रभावितों को कोरबा के एनटीपीसी पावर प्लांट में पदस्थ कर दिया गया. जिसका हमने तब भी विरोध किया था. इसलिए कोरबा के जो प्रभावित हैं. जिनकी जमीन गई हैं, उन्हें नौकरी, मुआवजा मिलना चाहिए.'' जयसिंह अग्रवाल, राजस्व मंत्री
एनटीपीसी कर रहा वादाखिलाफी, जगी उम्मीद :भू विस्थापित लक्ष्मण लाल केंवट ने बताया कि हम सभी विस्थापित 22 अप्रैल से आंदोलन कर रहे हैं. आज हमारे धरना प्रदर्शन का 154 वां दिन है. आज हमारे बीच क्षेत्र विधायक और मंत्री जयसिंह अग्रवाल आए थे. जिन्होंने हमें समर्थन दिया है. हम उनके समर्थन का स्वागत करते हैं. कम से कम उन्होंने संज्ञान में तो लिया. वरना एनटीपीसी ने हमारे साथ जिस तरह का रवैया अपनाया है. वह लगातार धोखाधड़ी कर रहे हैं.
''आज मंत्री ने दोनों एसडीएम को सहयोग करने को कहा है. जिससे उम्मीद जगी है कि कुछ ना कुछ जरूर होगा. हम चाहते हैं कि जो प्रकरण हमारे नौकरी, पुनर्वास और मुआवजा को लेकर लंबित है. उनकी अच्छे से जांच हो जाए. हमारे पास सारे तथ्य मौजूद हैं. यदि ठोस तरीके से जांच होगी, हमारी बातों को सुना जाएगा.''-लक्ष्मण लाल केंवट, भू विस्थापित
समस्या के निराकरण का करेंगे प्रयास : इस मामले में कोरबा एसडीएम श्रीकांत वर्मा ने कहा कि एनटीपीसी पावर प्लांट से प्रभावित भू विस्थापितों से चर्चा की गई है. मंत्री से भी आवश्यक निर्देश मिले हैं. जिसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की ओर से समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा.
बीजेपी प्रत्याशी लखन लाल देवांगन के क्षेत्र के हैं भूविस्थापित :आपको बता दें कि विस्थापित 154 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वह सभी वर्तमान में कोरबा विधानसभा से बीजेपी के घोषित प्रत्याशी लखनलाल देवांगन के मोहल्ले के निवासी हैं. अब बीजेपी प्रत्याशी के गृह क्षेत्र के लोगों के पास राजस्व मंत्री और कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल पहुंचे हैं. जिन्होंने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.
बीजेपी प्रत्याशी का परिवार भी है भूविस्थापित :लखनलाल देवांगन का परिवार भी एनटीपीसी पावर प्लांट से प्रभावित है. चारपारा कोहड़िया के लगभग 300 परिवार एनटीपीसी पावर प्लांट से प्रभावित हुए हैं. इनमें से कुछ परिवार लगातार 154 दिन से आंदोलन कर रहे हैं. 40 साल में लगातार कई आंदोलन हुए हैं. हाल ही में इन्हीं में से कुछ आंदोलनकारियों ने कोरबा कलेक्टोरेट पहुंच कर आत्मदाह की कोशिश भी की थी.बावजूद इसके समस्या का निराकरण नहीं हुआ.
एनटीपीसी प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप :विस्थापितों का आरोप है कि एनटीपीसी प्रबंधन ने भूमि अधिग्रहण के वक्त कई वादे किए थे. हर परिवार के व्यक्ति को उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार देने की बात कही थी. इसका लिखित प्रमाण भी मौजूद है. पुनर्वास और मुआवजा प्रदान करने की बातें हुईं थी. लेकिन यह मांगें आज तक लंबित हैं. जबकि 40 साल में कई पीढ़ियां गुजर चुकी हैं.