कोरबा: कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को जनदर्शन चल रहा था. प्रशासन की ओर से लोगों की समस्याएं सुनी जा रही थी और उनका हल भी निकाला जा रहा था. इतने में करीब दर्जनभर लोग भी कलेक्ट्रेट पहुंचे. जनदर्शन में बात रखने की बजाय वो लोग बाथरूम की तरफ बढ़े. आत्मदाह की नीयत से सभी ने बाथरूम में खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क लिया. एक साथ इतने लोगों को आत्मदाह का प्रयास करता देख कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची पुलिस सभी को पकड़कर सिविल लाइन थाने ले गई. मामला एनटीपीसी से प्रभावित भू विस्थापितों का है. आत्मदाह के प्रयास से मचे हड़कंप के बाद प्रशासन की मौजूदगी में एनटीपीसी प्रबंधन और भू विस्थापितों के बीच एसडीएम कार्यालय में वार्ता चल रही है.
22 अप्रैल से भू विस्थापित कर रहें आंदोलन:भू विस्थापित परिवार इसी साल 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. विस्थापितों का आरोप है कि उन्हें एनटीपीसी की ओर से अब तक नौकरी नहीं दी गई है. जमीन का अधिग्रहण दशकों पहले हुआ था. इसके बाद उनकी दूसरी और तीसरी पीढ़ी मुआवजा और नौकरी की लड़ाई लड़ रही है. लेकिन अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. प्रबंधन की ओर से हर बार आश्वासन देकर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है. लेकिन मांगे आज भी अधूरी हैं. इस संबंध में एनटीपीसी प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाया.