कोरबा:भारत में क्रिकेट जितना लोकप्रिय है उतना ही विवाद और पक्षपात इससे जुड़े हुए हैं. कोरबा जिले में अंडर-19 क्रिकेट टीम बनाने के लिए मंगलवार की दोपहर अचानक ट्रायल आयोजित कर दिया गया. इस ट्रायल को लेकर किसी खिलाड़ियों को सूचना नहीं मिली. जिससे इस मौके का साल भर तक इंतजार करने वाले खिलाड़ी वंचित रह गए. चयनित खिलाड़ियों को शुक्रवार को रायपुर में रिपोर्ट करना है.
अंडर-19 क्रिकेट टीम का ट्रायल सीएससीएस के निर्देश पर जिलों में पूरी की जाती है चयन प्रक्रिया
बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) के अधीन आने वाले छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन(CSCS) के दिशा निर्देश में जिला स्तर पर क्रिकेट संघ द्वारा खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया आयोजित कराई जाती है. इसके लिए बकायदा सालाना कैलेंडर का भी निर्धारण किया जाता है. कोरोना वायरस के कारण इस साल चयन प्रक्रिया कुछ प्रभावित हुई, लेकिन सभी जिलों में बकायदा सूचना देकर 15 दिनों के भीतर चयन प्रक्रिया पूरी कराई गई है.
कोरबा डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन(KDCA) ने 1 दिन पहले बुधवार की दोपहर अचानक ट्रायल का आयोजन कर दिया. इसकी सूचना ज्यादातर खिलाड़ियों को नहीं मिल सकी. खासतौर पर ऐसे बच्चे जो गरीब परिवार से आते हैं उन्हें ट्रायल्स की कोई भी सूचना नहीं मिली. जिले के कुछ सक्रिय खिलाड़ियों ने ईटीवी भारत को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पड़ताल करने पर यह पता चला कि सीएसईबी पश्चिम के लाल मैदान में गिनती के खिलाड़ियों को बुलाकर ट्रायल्स का आयोजन किया गया. क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल का हिस्सा होने के लिए भी बमुश्किल 15 से 20 खिलाड़ी ही चयन प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे थे.
कूच बिहार ट्रॉफी में टीम करेगी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व
सामान्य दिनों में डिस्ट्रिक्ट में अंडर-19 के मैच होते हैं. सभी जिलों की अपनी-अपनी टीम बनती है और वह आपस में मैच खेलते हैं. कोरोना वायरस के कारण सीधे ट्रायल्स हो रहे हैं. मैच का आयोजन नहीं कराया जा रहा है. प्रत्येक जिले से 15-15 खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें सीधे रायपुर रिपोर्ट करने को कहा गया है. जिले से सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ियों के चयन के लिए जिला स्तर पर ही मंगलवार को ट्रायल्स का आयोजन किया गया था. अलग-अलग जिलों से रायपुर पहुंचने वाले खिलाड़ियों में से सुपर 30 या 40 का चयन होगा.
इनके बीच मैच होंगे और फिर इन्हीं में से 18 या फिर 20 सदस्यीय छत्तीसगढ़ की अंडर-19 टीम का चयन होगा. जोकि बीसीसीआई द्वारा आयोजित अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेगी. मंगलवार को बिना सूचना ट्रायल के आयोजन से अंडर-19 खेलने वाले कई खिलाड़ी इस मौके से वंचित हो गए.
कोरबा क्रिकेट को धकेला खाई में
क्रिकेट कोच शैलेंद्र सिंह ने बताया कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंडर-19 ट्रायल की कोई सूचना सार्वजनिक नहीं की गई. आमतौर पर अखबारों के माध्यम से हमें सूचना मिलती है. व्हाट्सएप ग्रुप में मैच सर्कुलेट किए जाते हैं. लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं किया गया, मेरे परिचय में ही कई खिलाड़ी ऐसे हैं. जिन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि हमें कोई सूचना नहीं मिली. KDCA ने कोरबा को गर्त में ढकेल दिया है. जोकि बेहद शर्मनाक है. इससे खिलाड़ियों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. पूरे साल खिलाड़ियों को ट्रायल्स का इंतजार रहता है. कुछ गलतफहमी हुई है.
कोरबा डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव बीबी साहू से ईटीवी भारत ने जब यह सवाल किया कि खिलाड़ियों को सूचना क्यों नहीं दी गई?तब उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना किया. लेकिन इतना जरूर कहा कि कुछ गलतफहमी हुई है. अन्यथा हमने सभी को सूचना दी है. यह पूछने पर अखबार की पेपर कटिंग या व्हाट्सएप ग्रुप का कोई स्क्रीनशॉट मौजूद है क्या? तब बीबी साहू ने मिलकर बात करने के बाद कहीं और कहा कि ट्रायल्स में खिलाड़ियों को बुलाया गया था. इसकी जानकारी ली जाएगी.
छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव जीएस मूर्ति ने इस विषय को गंभीरता से लिया है. उन्होंने बताया है कि 15 दिन पहले बाकी जिलों में यह प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. इसके लिए बकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी किया जाना चाहिए, सभी खिलाड़ियों को सूचना दी जानी चाहिए. ट्रायल्स की सूचना क्यों नहीं दी गई? इसकी जानकारी कोरबा डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव बीबी साहू से ली जाएगी.