कोरबा: जिले में लौटे प्रवासी मजदूरों को जिले के अंतर्गत काम देने की पहल जिला प्रशासन ने शुरू की है. प्रशासन का दावा है कि प्रवासी मजदूरों को जिले में ही रोजगार दिया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों के साप्ताहिक हाट बाजारों को फिर से शुरू करने की योजना है.
कलेक्टर ने कुशल और अकुशल सभी प्रकार के श्रमिकों को शासन के विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यों में नियोजित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं. कलेक्टर किरण कौशल ने लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और नगर निगम सहित अन्य विभागों में चलने वाले काम में बाहर से आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के निर्देश दिए.
क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने वाले मजदूरों को भी मिलेगा काम
जिले के मूल निवासी मजदूर जो काम करने दूसरे राज्यों में गए थे, उन्हें अब जिले में ही काम मिल जाएगा. क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने वाले मजदूरों को जिले के सभी विभागों के निर्माण कार्य के साथ-साथ औद्योगिक संस्थानों में भी नियोजित किया जाएगा. कलेक्टर ने इस संबंध में सभी विभागों के अधिकारियों से उनके विभाग के निर्माण कार्य में नियोजित की जाने वाली प्रवासी श्रमिकों की संख्या की जानकारी ली. कलेक्टर ने सभी जनपदों के CEO को ग्रामीण क्षेत्रों के प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा, गौठान और खनिज न्यास से संबंधित निर्माण कार्यों में नियोजित करने के निर्देश भी दिए.