कोरबा : किसान आंदोलन के समर्थन में जिले के गांव मड़वाढोढा में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा ने महापंचायत का आयोजन किया था. इस दौरान किसान नेताओं के साथ वामपंथी भी सम्मेलन में मौजूद रहें. छत्तीसगढ़ में किसान आंदोलन के समर्थन में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को कोरबा में आयोजित महापंचायत में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज मौजूद रहे.
कॉर्पोरेट घरानों के इशारे पर बनाए गए कानून
किसानों को संबोधित करते हुए महापंचायत के मुख्य वक्ता बादल सरोज ने कहा कि 'सरकार ने यह किसान विरोधी कानून देश के कॉरपोरेट के इशारे पर बनाए हैं. अमेरिका सहित जितने भी देशों में इस तरह के कानूनों को लागू किया गया है. वहां के किसान बर्बाद हो गए हैं. उनकी भूमि पर कॉरपोरेट ने कब्जा कर लिया है. आने वाले दिनों में भारत में भी यही होगा. आज तक मोदी सरकार किसानों को यह नहीं समझा पाई है कि इस कानून में अच्छा क्या है? इस कानून के वापसी की मांग कर रहे हैं. आने वाले समय में हम इस सरकार के वापसी के लिए अभियान चलाएंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे. देश की आजादी के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन है. यह ना सिर्फ किसानों का आंदोलन है, बल्कि देश के हर उस नागरिक का आंदोलन है जो देश को बचाना चाहता है.'
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