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कोरबा: 3 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पकड़ में आया आदमखोर भालू

कटघोरा वनमंडल ने 3 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भालू को पकड़ लिया है. वन अमले ने महिला का शव भी बरामद कर लिया है. नवागांव कला में 1 दिन पहले भालू ने कुछ लोगों पर पर हमला किया था. भालू एक महिला को खींचकर जंगल की ओर ले गया था.

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पकड़ में आया आदमखोर भालू

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Published : Dec 21, 2020, 8:27 PM IST

कोरबा: कटघोरा के नवागांव कला में 1 दिन पहले भालू ने कुछ लोगों पर पर हमला कर दिया था. महिलाएं जंगल में झाड़ू के लिए (बहरी) बीनने गईं थीं. इस बीच भालू ने रविवार को 4 लोगों पर हमला किया था. इनमें से एक 70 वर्षीय वृद्ध महिला को भालू अपने साथ खींचकर जंगल की ओर ले गया था. 3 घंटे चले रेस्क्यू के बाद आदमखोर भालू पकड़ में आ गया है.

पकड़ में आया आदमखोर भालू

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परिजनों के मुताबिक महिला की तलाश में ग्रामीणों के साथ 3 अन्य परिजनों को भी भालू ने जख्मी कर दिया था. सोमवार को महिला का शव बरामद हुआ. भालू ने महिला के शव को नोंच दिया था.

एक महिला का शव बरामद

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आदमखोर भालू से इलाके में दहशत
लक्ष्मनिया बाई का शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर जंगल से बरामद किया गया है. वन विभाग की टीम ने बताया कि महिला के हाथ और पैर को भालू ने नोच दिया. पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस घटना के अन्य 3 घायलों में परमेश्वर, विनोद और पुनिया बाई का इलाज जारी है.

रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीर

तीन घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

बिलासपुर के कानन पेंडारी से वन विभाग की टीम भालू को पकड़ने पहुंची. करीब तीन घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद ट्रैंकुलाइज कर भालू को बेहोश करने में टीम सफल रही. बेहोश अवस्था में पिंजरे में बंद कर भालू को कानन पेंडारी बिलासपुर ले जाया गया है.

3 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

सीसीएफ ने घटनास्थल का किया मुआयना
वन विभाग के बिलासपुर संभाग के उच्च अधिकारी सीपीएफ अनिल सोनी घटना स्थल पर पंहुचे. और घटना स्थल का जायजा लिया. मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि की नवांगाव (झाबु) में काफी छोटा क्षेत्र जंगल का है. लगभग 162 हेक्टेयर का क्षेत्र है. इतने छोटे क्षेत्र में भालू का आना भी अपने आप में एक चिंतनीय विषय है.

ग्रामीणों से रात में जंगल नहीं जाने की अपील

अनिल सोनी ने कहा कि ठंड के मौसम में जंगली जानवरों की सक्रियता बढ़ जाती है. हांथी, भालू या चीता का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन हमारे साथ आए डॉक्टरों और वन अमले ने रेस्क्यू कर भालू को अपने कब्जे में ले लिया. वन अमले के साथ भालू को कानन पेंडारी भेज दिया गया है. वन अमला लगातार वन्य प्राणियों के आमद को लेकर मुनादी करा रहा है. ग्रामीणों को सतर्क कराने में जुटा हुआ है.

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