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'मैं श्रमिकों की ताकत से जिंदा हूं, मजदूर विरोधी नीतियों वाली सरकार का विरोध करूंगा' - INTUC National President G Sanjeeva Reddy IN KORBA

कोरबा पहुंचे इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी ने प्रेस से बात की और केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपनी मर्जी से नियम पारित कर रही है.

INTUC National President G Sanjeeva Reddy IN KORBA
इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी

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Published : Feb 25, 2021, 11:53 AM IST

Updated : Feb 25, 2021, 11:59 AM IST

कोरबा:छत्तीसगढ़ पहुंचे इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेस को संबोधित कर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया.

जी संजीवा रेड्डी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मोदी विरोधी सरकार है. सारे निर्णय नियम विरुद्ध लिए जा रहे हैं. रेड्डी ने कहा कि देश में पहली बार ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन कमिटी का गठन किया है. इस कमिटी में देश के सभी प्रमुख ट्रेड यूनियन शामिल हैं. हम न्यायालय की शरण शरण लेंगे और मजदूर विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध करेंगे.

'खुद को स्वयंभू अध्यक्ष बताने वाले लोगों को न्यायालय से मिला जवाब'

इंटक के नाम पर राजनीति और इसी नाम से कई और संगठनों के संचालित होने के प्रश्न पर रेड्डी ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने भी फैसला दिया है कि वे ही इंटक के अध्यक्ष है. इंटक के पास जो 30 करोड़ रुपये का फंड है. वह भी उन्हीं के पास है. कहीं कोई गुटबाजी नहीं है. राजनीति में ऐसा होता है, जो भी नए लोग प्रवेश करते हैं. वह अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पुराने लोगों को कमजोर करने का प्रयास करते हैं.

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी

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लॉकडाउन में नौकरी ही नहीं गई, आमदनी भी घटी

रेड्डी ने कहा कि लॉकडाउन में ना सिर्फ मजदूरों और कामगारों की नौकरी चली गई है. बल्कि आय का जरिया भी बेहद सीमित हो गया है. लॉकडाउन के दौरान किए गए काम का मेहनताना आज तक मजदूरों को नहीं मिला है. जिसकी हम लड़ाई लड़ रहे हैं. मजदूरों के हित में इंटक लगातार काम कर रहा है.

'3 करोड़ 30 लाख सदस्यों का साथ'

मीडिया से बात करते हुए जी संजीवा रेड्डी ने कहा कि सरकार लगातार निजीकरण कर रही है. नियमानुसार मालिक, मजदूर और संगठन तीनों की सहमति से ही कोई नियम पारित करना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार अपनी मर्जी से नियम पारित कर रही है. आने वाले मार्च से सरकार का पारित मजदूर कानून लागू हो जाएगा. यह लागू हुआ तो हड़ताल करने का अधिकार भी छिन जाएगा. वर्तमान में इंटक तीन करोड़ 30 लाख सदस्यों के साथ विश्व की सर्वाधिक सदस्यों वाली संगठन है. बावजूद इसके अनदेखी हो रही है.

Last Updated : Feb 25, 2021, 11:59 AM IST

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