कोरबा:देश में लगातार बढ़ रहे घरेलू गैस की कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. गैस की बढ़ती कीमतों के पीछे ट्रांसपोर्टेशन खर्च में वृद्धि को भी कारण बताया जा रहा है. सब्सिडी वाले सिलेंडर भी अब तकरीबन 900 रुपये की आ रही है. इसके अलावा होम डिलीवरी के नाम पर वितरण कंपनियों के डिलीवरी मैन 20 से 30 रुपये अतिरिक्त वसूल लेते हैं.
तेल कंपनियों से निर्धारित मापदंडों के मुताबिक एलपीजी गैस के वर्तमान बाजार भाव में होम डिलीवरी के चार्ज भी जुड़े होते हैं. जनता को होम डिलीवरी के वक्त किसी भी अन्य तरह के शुल्क चुकाने का कोई नियम नहीं है, लेकिन वितरण कंपनियों के एजेंट रसीद में अंकित दाम के अलावा 20 से 30 रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं. जिससे एलपीजी गैस के दाम पहले से और भी बढ़ गए हैं. वितरण कंपनी वर्तमान में 909 रुपये की रसीद काट रहे हैं. जब डिलीवरी मैन एलपीजी सिलिंडर घर-घर पहुंचाने के लिए 20 से 30 रुपये की अतिरिक्त वसूली कर रहे हैं. 20 से 30 रुपये का अतिरिक्त बोझ जनता की जेब पर भारी पड़ रहा है. महंगाई के इस दौर में यह खर्च वहन करना लोगों के लिए मुश्किल होते जा रहा है. वितरण कंपनी के एजेंट पाइप और रेगुलेटर देने के नाम पर भी अनावश्यक शुल्क ले रहे हैं.
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ट्रांसपोर्टेशन खर्च बढ़ने से भी बढ़ी महंगाई