Katghora Ganesh Pandal Prepared: कोरबा के कटघोरा में राम मंदिर की तर्ज पर बन रहा 107 फीट का गणेश पंडाल, विराजेंगे 21 फीट के गणपति - 107 फीट का गणेश पंडाल
Katghora Ganesh Pandal Prepared: कोरबा के कटघोरा में राम मंदिर की तर्ज पर गणेश पंडाल तैयार किया जा रहा है. इस पंडाल की लंबाई 107 फीट है. यहां 21 फीट के गणपति विराजमान होंगे. इस पंडाल को तैयार करने के लिए कोलकाता से कारीगर पहुंचे हैं, जो दिन रात मेहनत कर पंडाल को अंतिम रुप देने में जुटे हुए हैं. Ganesh Chaturthi 2023
कोरबा:पूरे देश में गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू हो चुकी है. कोरबा में भी हर जगह गणेश उत्सव की तैयारियां की जा रही है. कुछ गणेश उत्सव समितियों ने तैयारी को अंतिम रूप देना भी शुरू कर दिया है. कोरबा के कटघोरा में भव्य गणेश पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. यह निर्माण राम मंदिर की तर्ज पर किया जा रहा है.
बनाया जा रहा 107 फीट का गणेश पंडाल : दरअसल, कटघोरा के जय देवा गणेश उत्सव समिति की ओर से बनने वाला गणेश पंडाल छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा और भव्य पंडाल होगा. जो अपनी भव्यता से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा. इस पंडाल का निर्माण कोलकाता के कारीगर कर रहे हैं. फिलहाल 28 लोगों की टीम यहां काम कर रही है. शुरुआत में इनकी संख्या और भी अधिक थी. इस पंडाल को 60 लाख रुपए के खर्च पर तैयार किया जा रहा है. इस पंडाल की ऊंचाई 107 फीट है. यहां 21 फीट के गणपति विराजमान होंगे. यहां गणेश की प्रतिमा राजनांदगांव से मंगाई गई है.
इस पंडाल का निर्माण बेहद भव्य तरीके से किया जा रहा है.ताकि लोग आकर्षित हों. बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे. यह छत्तीसगढ़ का सबसे भव्य पंडाल होगा. विसर्जन को भी ऐतिहासिक बनाया जाएगा. देश के अलग-अलग स्थान से झांकियां बुलाई जाएगी, जिसमें गौरी कृपा धुमाल, शिव अघोरी झांकी, शिव विवाह, बाहुबली शंकर जी, महाकाल डमरू वाला उज्जैन सहित कई आयोजन होंगे.- संजय अग्रवाल, संरक्षक, जयदेवा गणेश उत्सव समिति
राम मंदिर के तर्ज पर तैयार हो रहा पंडाल:पंडाल का निर्माण अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर किया जा रहा है. इसका डिजाइन और लेआउट ठीक वैसा ही है, जैसा अयोध्या के राम मंदिर का है. शुरुआत में यहां लगभग 70 कारीगर काम कर रहे थे. वर्तमान में इनकी संख्या 28 है. लाखों रुपए की लागत से इस पंडाल का निर्माण हो रहा है. इस पंडाल को पूरा करने में पिछले डेढ़ माह से कारीगर जुटे हुए हैं. दिन-रात पंडाल को तैयार करने का काम कारीगर कर रहे हैं.