कोरबा:कटघोरा वन मंडल में बीट गार्ड ने रेंजर और डिप्टी रेंजर की जमकर क्लास लगाई है. बीट गार्ड शेखर सिंह रात्रे का कहना था कि बिना उसकी जानकारी के बांस की कटाई हो रही है. इतना ही नहीं उसने अपने अफसरों के खिलाफ केस भी बनाया. बांस की कटाई पर मचे इस घमासान के बीच प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान में रामपुर से विधायक ननकीराम कंवर ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों की परवाह किए बिना नियम के विरुद्ध काम करने वाले अफसरों पर कार्रवाई करने वाले बीट गार्ड को शाबाशी मिलनी चाहिए. पूर्व गृहमंत्री से पहले इसी मामले में छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने भी निडरता से कार्रवाई करने वाले बीट गार्ड की तारीफ की थी, लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि मामले में विस्तृत जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ भी कहना संभव होगा.
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने की उच्चाधिकारियों की क्लास लगाने वाले बीट गार्ड की तारीफ - रेंजर और डिप्टी रेंजर पर कार्रवाई
बीट गार्ड शेखर सिंह रात्रे ने उच्चाधिकारियों की परवाह किए बिना नियम के विरुद्ध काम करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की थी. सीनियर अफसरों को खरी-खोटी सुनाते हुए बांस की कटाई कर रहे कर्मचारियों से 365 बांस और 11 कुल्हाड़ी जब्त कर लिया था. उनके इस कार्रवाई की पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने तारीफ की है.
दरअसल, कटघोरा वन मंडल के बांकीमोंगरा वन परिक्षेत्र में पदस्थ बीट गार्ड शेखर रात्रे ने अपने ही रेंज के रेंजर मृत्युंजय शर्मा सहित डिप्टी रेंजर पर बांस की अवैध कटाई का आरोप लगाते हुए प्रकरण दर्ज कर दिया. इतना ही नहीं अपने सीनियर अफसरों को खरी-खोटी सुनाते हुए बांस की कटाई कर रहे कर्मचारियों से 365 बांस और 11 कुल्हाड़ी जब्त कर लिया था. मामले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ है. हालांकि, अफसर इस विषय में कुछ भी खुलकर कहने से बच रहे हैं. मामले में जांच के आदेश भी दिए गए हैं. कटघोरा DFO ने मामले की विस्तृत जांच के लिए वन परिक्षेत्र पाली के SDO डडसेना को जांच अधिकारी बनाया है.
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आरक्षित वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई नियम के विरुद्ध
ननकीराम कंवर ने साफ तौर पर कहा है कि आरक्षित वन क्षेत्र में किसी भी तरह के पेड़ों की कटाई अवैध है. भले ही वह अफसर ही क्यों न हो, अगर वह इस तरह पेड़ों की कटाई करते हैं, तो यह नियम के विरुद्ध है. यदि रेंजर को बांस कटवाने ही थे तो वह अपने नीचे काम करने वाले बीट गार्ड को आदेश दे सकते थे, लेकिन वह खुद बांस कटवाने पहुंच गए. इस तरह के कार्य नियम विरुद्ध होते हैं. बीट गार्ड ने यदि नियम विरुद्ध काम करने वाले रेंजर के विरुद्ध कार्रवाई की है, तो उसे शाबाशी मिलनी चाहिए. वहीं दूसरी तरफ नियमों का उल्लंघन करते हुए पेड़ों की अवैध कटाई करने वाले दोषी रेंजर और अन्य अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए.