कोरबा. छत्तीसगढ़ के बड़े शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया सहित उनके बेटे, भतीजे सहित 8 लोगों के खिलाफ शनिवार को कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें किडनैपिंग और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इसके पहले भाटिया और उनके करीबियों के खिलाफ बिलासपुर के तारबहार थाने में भी गंभीर मामलों में अपराध दर्ज हो चुका है. हाल ही में इनके ठिकानों पर ईडी ने छापा भी मारा था.
केबल के कारोबार से जुड़ा है पूरा मामला:सारा विवाद केबल के कारोबार से जुड़ा हुआ है. देवास रोड, इंदौर के निवासी अरविंद कुमार पनवार ने शहर के मानिकपुर चौकी में शिकायत की, जिसके बाद कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ है. अरविंद की शिकायत पर ही अमोलक, बबलू, गुरविंदर और प्रिंस भाटिया सहित 8 लोगों पर किडनैपिंग और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. यह सभी धाराएं गैरजमानती हैं. अरविंद ने अपनी शिकायत में बताया है कि "पिछले वर्ष 3 अगस्त को उसने सेटअप बॉक्स की क्लोनिंग कर फर्जी आईडी बनाने की शिकायत की थी. यह करोड़ों की हेराफेरी का मामला था, जिस पर जिले के दर्री थाना में पहले ही धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया गया था. इसमें विक्की गुलाटी, अंजन चौधरी, भास्कर चटर्जी सहित कई लोगों पर अपराध दर्ज है.
सेट टाॅप बाॅक्स क्लोनिंग में नाम आने के बाद धमकी:सेटअप बॉक्स क्लोनिंग मामले की शिकायत की जांच में पुलिस ने अमोलक सिंह भाटिया की भी संलिप्तता पाई थी. इसके बाद इस मामले की शिकायत करने वाले अरविंद को धमकियां मिल रही थी. अरविंद ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि "उस पर लगातार इस शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. नीलेश दुबे नामक व्यक्ति ने कॉन्फ्रेंस कॉल में भाटिया से बात करवाई थी. जान से मारने की धमकी भी मिली. इसी बीच जब वह कोरबा के एक होटल में रुका हुआ था. तब कुछ लोगों ने उसे बाहर बुलाया और उसे गाड़ी में बिठा लिया. कट्टा टिकाकर उसका अपहरण कर लिया और फिर बिलासपुर ले गए. मारपीट करने के साथ ही शिकायत वापस लेने के लिए भयादोहन किया गया." इसी ताजा शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग, किडनैपिंग का मामला दर्ज किया है.