कोरबा:छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के स्थानीय निकायों (Local bodies) में महिला जनप्रतिनिधियों (Women representatives) को सशक्त करने को सरकार (Government) ने आदेश जारी (strict order issued) किया कि अफसरों के साथ बैठक में पति शामिल न हों. वहीं जिला पंचायत कोरबा के पूर्व सीईओ आईएएस कुंदन कुमार ने भी इस आशय का आदेश जारी किया था. आदेश के अनुसार कार्यालय में महिला जनप्रतिनिधियों के पति या पुरुष रिश्तेदार को आने की अनुमति नहीं है. साथ ही पुरुष रिश्तेदार (Male relative) बैठक (Meeting) में भी शामिल नहीं होंगे. इतना ही नहीं कार्यालय के किसी भी कार्यों में पुरुष की दखल नहीं होगी.
दरअसल, गुरुवार को जिला पंचायत (District Panchayat) में कृषि स्थाई समिति (Agriculture Standing Committee) के महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में जिला पंचायत की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधि (Elected women representatives) के पति भी शामिल हो गए. मजे की बात यह है कि इसमें सदस्यों के साथ ही अफसरों ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई और बैठक की कार्रवाई पूरी कर ली गई.
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ये हुए बैठक में शामिल
बता दें कि जिला पंचायत के 12 सदस्यों में से 8 महिला जनप्रतिनिधि हैं. गुरुवार को हुई बैठक में क्षेत्र क्रमांक 2 कोरबा से जिला पंचायत सदस्य नीलिमा धृतलहरे के पति भी बैठक में शामिल होने पहुंचे, बाकायदा वह बैठक की पूरी कार्रवाई में शामिल रहे. जबकि कृषि स्थाई समिति पंचायती राज व्यवस्था के तहत जिला पंचायत की 8 संवैधानिक समितियों में से एक हैं. जिसमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही हिस्सा ले सकते हैं. जो कि अपने-अपने क्षेत्र की समस्या उठाने के साथ ही विभागों की समीक्षा करते हैं. इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी भी बैठक में शामिल होते हैं. योजनाओं पर चर्चा करते हैं.