कोरबा:मीटर रीडिंग से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए अब विद्युत वितरण विभाग डोर टू डोर सर्वे करेगा. सामान्य तौर पर गलत मीटर रीडिंग या फिर मीटर रीडिंग नहीं हो पाने के कारण आम लोगों को बढ़े हुए बिजली बिल मिलते हैं. जिसे सुधारने के लिए लोग दफ्तर के चक्कर लगाने को विवश रहते हैं.
बिजली विभाग डोर टू डोर करेगा सर्वे ग्रामीण क्षेत्रों में है मीटर अभी घर के भीतर
कोरबा में मीटर रीडिंग में सुधार के लिए बिजली विभाग अब डो टू डोर सर्वे करेगा शहरी क्षेत्र में लगभग सभी उपभोक्ताओं ने मीटर अपने घर के बाहर लगवा लिया हैं, ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी तादात में अब भी बिजली के मीटर घर के भीतर लगे हुए हैं. जिसके लिए खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत विभाग द्वारा अभियान चलाकर घर के भीतर स्थापित मीटर को बाहर लगवाने का काम किया जाएगा. मीटर घर के भीतर लगे होने से जब विद्युत विभाग के कर्मचारी स्पॉट बिलिंग करने पहुंचते हैं, तब उन्हें घर के बाहर ताला लटका हुआ मिलता है. इससे मीटर रीडिंग नहीं हो पाती. कई घरों में मीटर घर की छत पर लगे हुए हैं, ऐसे में भी मीटर रीडिंग नहीं हो पाती और उपभोक्ताओं को त्रुटिपूर्ण बिजली बिल मिलते हैं. जिसे सुधारने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. उपभोक्ताओं के साथ ही गलत बिजली बिलों में सुधार को लेकर विभाग के अफसर खासे परेशान रहते हैं.
पढ़ें: ताक पर नियम-कानून: अचानकमार टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में वनकर्मियों की पार्टी
65000 उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्र में
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 65000 उपभोक्ता हैं. जिनके घर में मीटर कनेक्शन लगा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब विद्युत वितरण विभाग ने निजी ठेका कंपनी के माध्यम से स्पॉट बिलिंग शुरू कर दी है. स्पॉट बिलिंग शुरू होने के बाद से बिल में खामियां बड़े पैमाने पर उजागर होने लगी, मीटर रीडिंग में भी समस्याएं बनी रहती है.