कोरबा: रामपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सिंचाई कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय गिरधारी सिंह राजपूत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बुज़ुर्ग गिरधारी की मौत अपने पीछे कई सवाल छोड़ गए हैं. जिसका अब पुलिस जांट में जुटी है. मृतक गिरधारी की जेब से मिले सुसाइड नोट में पुत्र की लताड़ से लेकर बहू द्वारा दहेज प्रताड़ना के मुकदमे तक की बातों का उल्लेख है.
सुसाइड नोट में इन बातों का उल्लेख
मृतक गिरधारी सिंह राजपूत की जेब से मिले सुसाइड नोट में साफ तौर पर उल्लेख है कि पुत्र मनोज उसे प्रताड़ित करता था. आए दिन शराब नशे में घरेलू झगड़े की बातों का उल्लेख है. जिससे वह काफी परेशान थे. पुत्र द्वारा अपनी माता को भी प्रताड़ित किया जाता था. जिसे वह देखकर सहन नहीं कर पा रहा है. जिसके कारण अब नहीं जीना चाहता. इसके साथ ही मृतक ने अपने सुसाइड नोट में कहा है कि उनकी मौत के जिम्मेदार उनका पुत्र मनोज के साथ उनकी बहू और उनकी बहू की मां व बहन भी है. वह इन सबसे काफी प्रताड़ित है. बहू और उसके परिवार द्वारा पूरे परिवार को दहेज प्रताड़ना के झूठे केस में फंसाया गया है.
सुसाइड नोट में लिखा है कि विगत 3 पीढ़ियों से मेरे परिवार में कोई भी व्यक्ति आज तक कोर्ट कचहरी नहीं पहुंचा था, लेकिन बहु द्वारा पूरे परिवार पर दहेज प्रताड़ना का केस लगाने के बाद कोर्ट के चक्कर काट रहा हूं. सुसाइड नोट में प्रशासन और पुलिस से विनती की है कि उनकी मौत के जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को ना छोड़ा जाए. पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई की जाए. मृतक ने लिखा है कि मरने वाले की आखिरी इच्छा पूरी की जाती है तो मेरी यह इच्छा है कि मेरी मौत के जिम्मेदार मेरे बेटे, बहू और अन्य लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
फिलहाल पुलिस ने शव पंचनामा करा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. पुलिस ने परिजनों का बयान दर्ज करते हुए सुसाइड नोट को भी जब्त कर लिया है. जिसे अब आगे की कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा.