छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर कलह जारी, अब कोरबा में फूटा रिजाइन बम, पूर्व विधायक मोहित केरकेट्टा ने दिया इस्तीफा - मोहित केरकेट्टा
Discord over Congress defeat in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. छत्तीसगढ़ में हार के बाद से कांग्रेस में कलह का दौर जारी है. कोरबा के पाली तानाखार सीट से विधायक रहे मोहित केरकेट्टा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. Mohit Kerketta resigns from Congress , Mohit Ram Kerketta
कोरबा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में सियासी कलह चरम पर है. एक के बाद एक कर नेता कांग्रेस की स्टेट यूनिट और जिला इकाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कोरबा कांग्रेस में भी कलह देखी जा रही है. पाली तानाखार सीट से कांग्रेस के विधायक रहे मोहित केरकेट्टा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
मोहित केरकेट्टा का टिकट काटा गया था: मोहित भी उन सिटिंग एमएलए की सूची में शामिल थे. जिनका टिकट कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में काट दिया था. एक दिन पहले विधानसभा स्तर पर समीक्षा बैठक की गई थी. जिसमें क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं ने हार का ठीकरा भी मोहित के सर फोड़ दिया था. इससे नाराज होकर मोहित ने 16 दिसंबर को पीसीसी चीफ दीपक बैज को अपना इस्तीफा भेज दिया है. मोहित पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेहद करीबी नेताओं में से एक थे. ढाई ढाई साल वाला विवाद बढ़ने पर भूपेश बघेल के पक्ष में कुछ विधायक दिल्ली गए थे. इनमें मोहित भी शामिल थे, लेकिन अब उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
मोहित राम केरकेट्टा का इस्तीफा
"मैं पाली तानाखार से पूर्व विधायक और मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन एवं विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष(राज्यमंत्री दर्जा) रहा हूं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और समस्त पदों से अपना इस्तीफा दे रहा हूं. कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करने का कष्ट करें." मोहित राम केरकेट्टा, पूर्व विधायक, कांग्रेस
आरोपों से दुखी होकर दिया इस्तीफा, रिजाइन नहीं लिया वापस: मीडिया में कई जगह खबर है कि मोहित केरकेट्टा ने इस्तीफा वापस ले लिया है. इस बारे में जब ईटीवी की टीम ने मोहित केरकेट्टा से बात की तो उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की खबर का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि" मैंने अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ को भेज दिया है. फिलहाल यह मंजूर नहीं हुआ है, मैंने अपना निर्णय वापस नहीं लिया है, इस्तीफा वापस लेने जैसी कोई बात नहीं है. पाली तानाखार क्षेत्र से आने वाले प्रशांत मिश्रा जो कि प्रदेश महामंत्री हैं. उनके द्वारा मुझ पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाया जा रहा है. उनकी प्रताड़ना से तंग आकर मैंने इस्तीफा दिया है, मैं एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि रहा हूं, बैठक करके मुझपर लगातार आरोप लगाये जा रहे हैं. जिससे मैं बेहद दुखी हूं."
मोहित की जगह पर महिला प्रत्याशी को कांग्रेस ने दिया था टिकट: पाली तानाखार क्षेत्र से इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिटिंग एमएलए मोहित का टिकट काट दिया था. यहां से महिला उम्मीदवार दुलेश्वरी सिदार को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था. जो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी तुलेश्वर मरकाम से महज 714 वोट से हार गई थी. इसी सीट से कोरबा की जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर के पति छत्रपाल सिंह कंवर ने भी कांग्रेस से बगावत करते हुए चुनाव लड़ा. जिन्हें 5000 वोट मिले थे. तब यह भी आरोप लगे थे कि छत्रपाल और मोहित आपस में मिले हुए हैं. छत्रपाल के लड़ने का ही कांग्रेस को नुकसान हुआ, छत्रपाल कांग्रेस से ताल्लुक रखते थे. जिन्होंने 5000 वोट प्राप्त कर लिए. जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी 714 वोट से हार गईं.