छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

बिलासपुर से अंबिकापुर बायपास को जोड़ने वाला ढेलवाडीह पुल क्षतिग्रस्त - कोरबा ढेलवाडीह पुल

2012 में ढेलवाडीह से पतरापाली को जोड़ने के लिए अहिरन नदी पर पुल का निर्माण किया गया था, जो अब पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. बिलासपुर से अंबिकापुर बायपास को जोड़ने वाले इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से आने जाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Dhelwadih bridge
जर्जर सड़क

By

Published : Aug 24, 2020, 6:53 PM IST

कोरबा: बिलासपुर-अंबिकापुर को जोड़ने वाला नेशनल हाई-वे पर बना ढेलवाडीह पुल जर्जर हो चुका है. सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे किसी भी वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इधर, सब कुछ देखने के बावजदू PWD के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है.

ढेलवाडीह पुल क्षतिग्रस्त

दरअसल, 7 साल पहले यानी 2012 में ढेलवाडीह से पतरापाली को जोड़ने के लिए अहिरन नदी पर पुल का निर्माण किया गया था. पुल बनने के बाद लगातार भारी वाहनों का आवागमन बढ़ गया. कटघोरा बायपास में भारी वाहन चलने के कारण पुल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. इस कारण किसी वक्त भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. बावजूद इसके PWD विभाग द्वारा पुल की मरम्मत नहीं कराई जा रही है.

पढ़ें : 25 अगस्त से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र, कोरोना से बचने किए गए उपाय

सड़क की लंबाई लगभग 16 किलोमीटर

इस पुल को दोपहिया वाहनों के लिए तैयार किया गया था, ताकि छोटे वाहन चल सकें. बाइपास सड़क का निर्माण विभाग द्वारा कराया तो गया, लेकिन इस पुल पर चलने वाले बड़े वाहनों की क्षमता को देखते हुए ध्यान नहीं दिया गया. इस कारण यह पुल जर्जर हो चुका है. बायपास सड़क की लंबाई लगभग 16 किलोमीटर है, लेकिन पुल के क्षतिग्रस्त होने से कभी भी इस रोड को बंद करना पड़ सकता है. पिछले कई दशक से पुल पर पेच रिपेयरिंग का कार्य किया गया था, लेकिन इन सबके बावजूद भी बार-बार पुल का टूटना फूटना लगा रहा.

क्षतिग्रस्त हो चुका है पुल
कटघोरा के PWD अधिकारी जैन का कहना है कि पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है. नए पुल के लिए प्रपोजल भेज दिया गया है. प्रपोजल जल्द पास हो जाएगा तब नए पुल का निर्माण होगा. यह पुल काफी पुराना हो चुका है, जिसके चलते बार-बार यह जर्जर हो जाता है. रिपेयरिंग का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, क्योंकि यह पुल हैवी वाहनों की क्षमता अनुसार निर्माण नहीं हो पाया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details