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बेरोजगारी के मुद्दे पर AAP का धरना, शिक्षक भर्ती में चयनित युवाओं की बहाली की मांग

आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश भर में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर शिक्षक भर्ती में चयनित युवाओं की बहाली की मांग कर रही है. जिससे प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा कम हो सके.

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Published : Jul 6, 2020, 9:19 PM IST

demonstration of AAP
आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन

कोरबा : बेरोजगारी और बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आम आदमी पार्टी ने कोरबा में राज्य सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया. शहर के सुभाष चौक में भी सोमवार को कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति मांग की.

AAP का प्रदर्शन
दरअसल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार ने अब से लगभग डेढ़ साल पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया था. परीक्षा में लाखों बेरोजगार युवा शामिल हुए. जिनमें से योग्य उम्मीदवारों का चयन भी किया गया है. लेकिन अब तक उनकी नियुक्ति नहीं की गई है. जिसके कारण बेरोजगार युवाओं में आक्रोश बढ़ रहा है. आम आदमी पार्टी, इन्हीं बेरोजगार युवाओं की तत्काल बहाली और नियुक्ति के लिए प्रदर्शन कर रही है.

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आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि सोमवार को प्रदेश भर के जिलों में कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन दे रहे हैं, ताकि परीक्षा में शामिल होकर चयनित हो चुके युवाओं को रोजगार मिल सके. जिससे प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा कुछ हद तक कम हो सके.

प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी से भड़के कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों का यह भी आरोप है कि बेरोजगारों के पक्ष में आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी रायपुर में आमरण अनशन कर रहे थे, जिन्हें पुलिस गिरफ्तार कर के ले गई है. हालांकि उनके स्थान पर दूसरे कार्यकर्ताओं ने आंदोलन को जारी रखा है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के गिरफ्तारी से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. अब आप के कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी के मुद्दे पर आंदोलन को और भी बड़ा रूप देने की ठान ली है. उनका कहना है कि जब तक बेरोजगारों की बहाली नहीं हो जाती, तब तक वो आंदोलन करते रहेंगे.

सीएम कह चुके हैं कहां से देते वेतन
इसी मुद्दे पर कुछ दिन पहले सीएम भूपेश बघेल ने एक विवादित बयान भी दिया था. सीएम ने मीडिया से चर्चा के दौरान यह कहा था कि राज्य शासन का कोष पूरी तरह से खाली है, यदि 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती कर देते, तो उन्हें डेढ़ साल तक वेतन कहां से देते.

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