कोरबा: कोरोना के 2 साल बाद इस बार धनतेरस से लेकर दीपावली तक बाजार में जमकर खरीदारी (Korba automobile sector shines on Diwali) हुई है. इस वर्ष कोरोना को लेकर कोई पाबंदी नहीं थी. जिसका फायदा बाजार को मिला. उपभोक्ताओं ने भी जमकर खरीदारी की. कोरबा को प्रदेश की ऊर्जाधानी के तौर पर पहचाना जाता है. जहां सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बालको, एनटीपीसी, एसईसीएल के साथ ही सीएसईबी के भी हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं. इन सभी सार्वजनिक क्षेत्र के प्रबंधन ने लगभग 130 करोड रुपए का बोनस कर्मचारियों को बांटा था.इन पैसों की वजह से बाजार में दीपावली और धनतेरस पर तेजी देखी गई. Crores of business on Diwali in Korba
ऑटोमोबाइल सेक्टर में दिखा सबसे ज्यादा बूम: सर्वाधिक व्यवसाय जिले के ऑटोमोबाइल सेक्टर (automobile sector) में हुआ है. फिर चाहे वह दो पहिया वाहन हो या चार पहिया वाहन. किसानों ने ट्रैक्टर भी जमकर खरीदारी की है. लेकिन कोरोना काल के बाद सभी चार पहिया खासतौर पर जो बाजार में अधिक प्रचलित मॉडल की कार है उनके लिए लंबी वेटिंग रही. दीपावली के खास अवसर पर सिर्फ उन्हीं लोगों को कार मिली जिन्होंने 2 महीने 4 महीने या 6 महीने पहले इसकी बुकिंग करा दी थी. तत्काल कार खरीदने वाले ग्राहकों को कुछ निराश होना पड़ा. शोरूम के संचालक भी यह बात स्वीकार करते हैं. कोरबा के टाटा मोटर्स शोरूम में बतौर मैनेजर पदस्थ वंदना कुर्रे ने बताया कि "टाटा के लगभग सभी मॉडल्स की डिमांड है. लेकिन हम तत्काल गाड़ियां प्रोवाइड नहीं करा पा रहे हैं. इसके लिए वेटिंग है, जिन्होंने पूर्व में बुकिंग कराई थी. हम उन्हें ही गाड़ी दे पाए हैं. हालांकि बहुत से ग्राहक ऐसे रहे, जिन्होंने धनतेरस से दीपावली पर प्री बुकिंग करा ली थी".automobile sector shines on Diwali