कोरबा:लॉकडाउन के बाद से कुसमुंडा से गेवरा रोड स्टेशन से बंद पड़ी सभी ट्रेनों को चालू करने की मांग को लेकर 9 मार्च को माकपा के रेल रोको आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.
माकपा नेताओं ने बताया कि रेल प्रबंधन की तरफ से सकारात्मक पहल करते हुए ट्रेनों को जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद माकपा ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की.
माकपा का रेल रोको आंदोलन स्थगित कुसमुंडा में किया था आंदोलन
माकपा ने फरवरी में कुसमुंडा स्टेशन के पास चक्काजाम किया था. जिसके बाद मेमू गेवरा से रायपुर तक हर रोज शुरू किया गया. हालांकि इस दौरान भी स्टेशन में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रेलवे ट्रैक तक नहीं पहुंचने दिया था. आंदोलन के बाद कुछ ट्रेनें शुरू हुई थी. जिससे आम जनता को कुछ राहत जरूर मिली. माकपा का कहना था कि जो सुविधा मिली है वह पर्याप्त नहीं है. अन्य सभी बंद यात्री ट्रेनों को जल्द शुरू करने की मांग को लेकर 9 मार्च को रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी.
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रेलवे की तरफ से सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन स्थगित
आंदोलन से पहले रेलवे प्रबंधन कोरबा ने माकपा प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता में रेलवे की और से कोरबा एआरएम मनीष अग्रवाल और माकपा की ओर से माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, वीएम मनोहर, जवाहर सिंह कंवर, हुसैन अली के बीच बातचीत हुई. रेल प्रशासन ने बैठक में माकपा से आंदोलन स्थगित करने का अनुरोध करते हुए होली से पहले कुछ और ट्रेनों की सुविधा शुरू करने का आश्वासन दिया. बैठक में शामिल कोरबा के क्षेत्रीय रेल प्रबंधक मनीष अग्रवाल ने माकपा नेताओं को बताया कि अन्य ट्रेनों को भी जल्द शुरू करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है और गेवरा रोड से जल्द कुछ और यात्री ट्रेनों के शुरू किया जाएगा. माकपा प्रतिनिधि मंडल ने रेलवे की तरफ से सकारात्मक पहल करने की कोशिश करने के बाद रेल रोको आंदोलन को स्थगित कर दिया.
सर्वाधिक कमाई के बाद भी सुविधा नहीं
माकपा नेता वीएम मनोहर का कहना है कि गेवरा से सबसे ज्यादा कमाई करने के बावजूद इस क्षेत्र की आम जनता को रेल सुविधाएं देने के नाम पर रेलवे प्रबंधन केवल खाना पूर्ति कर रहा है. कोरोना संकट की आड़ में सभी ट्रेनें मात्र इसलिए बंद कर दी गई है कि कोल परिवहन के लिए रास्ता साफ रहे. उन्होंने कहा कि यदि रेल प्रबंधन अपने जन विरोधी रवैये को नहीं छोड़ती, तो इस क्षेत्र के लोग, जिन्होंने अपनी जमीन इस सरकार को कोयला खनन के लिए दी है, वे यहां से रेलवे को भी कोयला परिवहन की अनुमति नही देंगे. माकपा ने कहा की होली तक बंद ट्रेनें शुरू नहीं होने पर वार्ता नहीं संघर्ष होगा.