कोरबा: कोरोना संक्रमित मरीजों को जिले में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिल पा रही है. कोरोना के इलाज में सीटी स्कैन एक बेहद कारगर जांच होती है. जिससे यह पता लगता है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद मरीज के फेफड़ों में कितना इन्फेक्शन हुआ है. बावजूद इसके वर्तमान में जिले में सीटी स्कैन की सुविधा पूरी तरह से बंद है. ट्रामा सेंटर की मशीन खराब है. जबकि निजी अस्पताल में भी मशीन खराब होने की बात सामने आई है.
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कोरोना संक्रमण के दौर में स्वास्थ्य सुविधा दुरुस्त होने के बजाय खराब हो रही है. जिला अस्पताल परिसर में स्थित ट्रामा सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीजों का सीटी स्कैन किया जाता था. 2 दिन पहले ही ट्रामा सेंटर को प्रशासन ने अधिग्रहित कर लिया है. अब यह कोविड अस्पताल के तौर पर संचालित हो रहा है. लेकिन यहां सीटी स्कैन की मशीन खराब है. जिसके कारण संक्रमित का सिटी स्कैन नहीं हो पा रहा है. जिले में ट्रामा सेंटर इकलौती ऐसी संस्था है जहां सीटी स्कैन की सरकारी सुविधा उपलब्ध है.अब यह भी पिछले दो-तीन दिनों से पूरी तरह से बंद है.
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निजी अस्पताल में भी मशीन खराब
ट्रामा में सरकारी सुविधा के अलावा निजी तौर पर शहर के एनकेएच अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का सीटी स्कैन किया जाता रहा है. लेकिन पिछले 4 दिनों में दिनों से आश्चर्यजनक रूप से यहां की मशीन भी खराब हो गई है. अस्पताल प्रबंधन से भी यही जानकारी मिली है. कोरोना संक्रमित मरीज किसी तरह यहां पहुंच तो रहे हैं, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है. एक निजी संस्था होने के बावजूद सीटी स्कैन मशीन का इतने लंबे समय से खराब होना समझ के परे है.