कोरबाः बुधवार को कलेक्टर किरण कौशल मरीजों से मिलने जिला अस्पताल पहुंचीं. जहां वो अस्पताल में पसरी अव्यवस्था को देख नाराज हो गईं. कलेक्टर को जब इस बात की जानकारी लगी कि, अस्पताल में भर्ती मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल रहा तो वो भड़क गईं. कलेक्टर ने लापरवाह चिकित्सकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए.
कलेक्टर ने अस्पताल में OPD के डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर खासी नाराजगी जताई. उन्होंने सिविल सर्जन डॉ अरुण तिवारी पर नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश भी दिया.
ओपीडी में लगी थी लंबी लाईन
कलेक्टर बुधवार सुबह लाईफलाईन एक्सप्रेस के ऑपरेशन थियेटरों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से मिलने पहुंची थीं. इस दौरान अस्पताल के OPD में मरीजों की लंबी लाईन देखकर उन्होंने मरीजों से बात की. मरीजों ने बताया कि 'लगभग दो से तीन घंटे से वे इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं'. इस पर कलेक्टर ने अस्पताल के सिविल सर्जन को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए और गैरहाजिर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा.
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स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी
लगातार निर्देशों के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं की सुधार नहीं हो पाया है. इस पर उन्होंने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग के सचिव को पत्र लिखने की चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री और उनके ऑनलाईन इलाज का विवरण दर्ज नहीं होने से डॉक्टरों के ऊपर नाराज भी हुईं. आगामी 15 दिनों में मरीजों का विवरण, इलाज और दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिए हैं.