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Korba Bhent Mulakat कुम्हार के घर चनौरी भाजी, जिमी कांदा की सब्जी का लुत्फ उठाएंगे बघेल

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Published : Jan 17, 2023, 12:31 PM IST

17 जनवरी को कटघोरा विधानसभा के ग्राम रंजना और नोनबिर्रा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अपने अंतिम स्तर पर है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्राम रंजना में राजीव गांधी के 10 फीट प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इसके बाद एक गरीब कुम्हार परिवार के यहां दोपहर का भोजन करेंगे.

Bhent mulakat program of CM bhupesh
कुम्हार के घर भोजन करेंगे सीएम भूपेश

कटघोरा :कुम्हार परिवार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उनके घर भोजन करने को लेकर काफी खुश हैं. उन्होंने बताया कि इसके पूर्व 1985 में राजीव गांधी जी जब ग्राम रंजना में सभा करने आये थे. तब उन्होंने भी उनके घर पर भोजन किया था. उस समय उनके माता पिता ने स्व राजीव गांधी जी का स्वागत किया था. उस समय कुम्हार 15 वर्ष के थे. अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके घर भोजन करने आ रहे है. कुम्हार ने बताया कि उनका परिवार ने मुख्यमंत्री जी को चनौरी भाजी, जिमी कांदा की सब्जी, चिरपोटी की चटनी को विशेष तौर पर परोसेंगे.साथ ही छत्तीसगढ़ के व्यंजनों को भी परोसने की तैयारी की जा रही है.

1985 में आए थे राजीव गांधी : कटघोरा के ग्राम रंजना में रहने वाले कुम्हार मकुंदराम के घर 13 जुलाई सन 1985 को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी पहुंचे थे. तब वह एक खुली कार में सवार होकर आए थे. राजीव गांधी, पत्नी सोनिया के साथ यहां पांच मिनट के लिए रूके थे. उन्होंने कुम्हार से पूछा था कि "अपने व्यवसाय के लिए बैंक से लिए कर्ज के 900 रुपए पूरे मिले भी हैं या नहीं". तब से लेकर आज तक इस गांव के लोगों ने राजीव गांधी की स्मृति सहेजकर रखी हैं.आपको बता दें कि सीएम भूपेश इसी किसान के घर पर दोपहर का भोजन करेंगे.

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कहां है गांव रंजना :कटघोरा-बिलासपुर मुख्यमार्ग पर चैतमा से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित गांव रंजना में क्षेत्र की समस्याओं और जरूरतों से रूबरू होने राजीव गांधी यहां पहुंचे थे. इस बात को अब करीब 38 साल गुजर गए हैं. राजीव तब एक खुली कार में वनांचलों में स्थित ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करते हुए रंजना पहुंचे थे. ग्रामीणों की सभा को खुले मंच से संबोधित करते हुए राजीव गांधी ने यहां करीब एक घंटे गुजारे थे. उनके साथ अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा, सांसद प्रभात मिश्रा और कलेक्टर प्रशांत मिश्रा समेत अन्य विभागीय अफसर शामिल थे.

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