कोरबा:प्रदेश के साथ ही देश भर के मेडिकल क्षेत्र के छात्रों को डाॅक्टरी की पढ़ाई के लिए अब कोरबा में एक नया विकल्प मिलेगा. कोरबा मेडिकल काॅलेज भवन का वर्चुअल भूमि पूजन आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि कोरबा में नए मेडिकल काॅलेज का शुभारंभ इस सत्र से हो सकता है. कोरबा में स्थापित होने वाले इस नए मेडिकल काॅलेज में पढ़ाई शुरू करने के लिए तात्कालिक तौर पर झगरहा के आईटी काॅलेज के दो ब्लाॅकों में अलग से व्यवस्था की जा रही है.
मेडिकल काॅलेज के नए भवन के लिए आईटी काॅलेज की पीछे ही 25 एकड़ भूमि चिन्हांकित कर ली गई है. इस भूमि पर नया काॅलेज भवन बनाने के लिए आज सुबह 11 बजे भूमि पूजन कार्यक्रम होगा. इस कार्यक्रम में प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, स्कूल शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और कोरबा लोकसभा की सांसद ज्योत्सना महंत प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगी.
वर्चुअली जुड़ेंगे CM
सुबह 11 बजे से शुरू होने वाले इस भूमि पूजन समारोह में राजधानी से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव जुड़ेंगे. कार्यक्रम में आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम कंवर, एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना के सलाहकार मंडल अध्यक्ष मोहित राम केरकेट्टा, रामपुर विधानसभा के विधायक ननकी राम कंवर, कोरबा नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, जिला पंचायत की अध्यक्ष शिवकला कंवर और नगर निगम के सभापति श्याम सुंदर सोनी भी शामिल होंगे.
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325 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा मेडिकल कॉलेज
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और चिकित्सा शिक्षा के लिए केन्द्र प्रवर्तित योजना के तहत तीन नए मेडिकल काॅलेज कोरबा, कांकेर और महासमुंद में खोले जाने है. कोरबा जिले में 325 करोड़ रुपये की लागत से 100 छात्रों की हर साल प्रवेशित क्षमता का नया मेडिकल काॅलेज खुलेगा. मेडिकल काॅलेज की कुल लागत में से 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी. पहले साल में मेडिकल काॅलेज में विद्यार्थियों के दाखिले के बाद एनाॅटोमी, फिजियोलाॅजी, बायो-कैमेस्ट्री विषयों की पढ़ाई शुरू होगी. मेडिकल काॅलेज में अध्ययन-अध्यापन के लिए लगभग 280 विभिन्न पदों पर नियुक्तियां भी की जाएंगी. राज्य सरकार की तरफ से मेडिकल काॅलेज में प्रोफेसर और अन्य नॉन मेडिकल स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी. मेडिकल काॅलेज से जिला अस्पताल को अटैच कर छात्रों को प्रैक्टिकल की भी सुविधा मिलेगी.