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कोरबा खदान के भीतर घमासान: डीजल चोर और त्रिपुरा रायफल्स के जवान के बीच संघर्ष - एसईसीएल

गुरुवार को एसईसीएल की मेगा परियोजना कुसमुंडा खदान के भीतर डीजल चोर और त्रिपुरा रायफल्स के जवान आमने सामने आ गए. दोनों के बीच जमकर संघर्ष हुआ. जिसके बाद त्रिपुरा रायफल्स के जवानों ने चोरों की गाड़ी को डैमेज कर दिया.

Clash between diesel thief and Tripura Rifles
डीजल चोर और त्रिपुरा रायफल्स के जवान के बीच संघर्ष

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Published : Oct 27, 2022, 11:04 PM IST

कोरबा: जिले के कोयला खदानों के भीतर डीजल चोर और सुरक्षाबलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहता है. गुरुवार को ऐसी ही एक जानकारी सामने आई जिसमें है. एसईसीएल की मेगा परियोजना कुसमुंडा खदान के भीतर डीजल चोर और त्रिपुरा रायफल्स के जवान आमने सामने आ गए. दोनों के बीच जमकर संघर्ष हुआ. जिसके बाद त्रिपुरा रायफल्स के जवानों ने चोरों की गाड़ी को डैमेज कर दिया. पुलिस को जब इसकी सूचना मिली, तो उन्होंने लावारिस हालत में मिले इस वाहन को जप्त कर वैधानिक कार्रवाई के लिए थाने में लाया है.

ये है पूरा मामला:घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार वैशाली नगर पेट्रोल पंप के पीछे कुसमुंडा खदान में कुछ डीजल चोर घुस आये थे. खदान के भीतर कैंपर वाहन से डीजल चोरी का प्रयास किया जा रहा था. इस दौरान त्रिपुरा रायफल्स की पेट्रोलिंग टीम कैंपर वाहन के सामने आ गई. जिसे देखकर डीजल चोर कैंपर सहित भागने लगे. इस दौरान त्रिपुरा रायफल्स और डीजल चोर के वाहन आमने सामने से टकरा गए. इस टक्कर में त्रिपुरा रायफल्स की पेट्रोलिंग वाहन के साथ-साथ डीजल चोरों के कैंपर को भी नुकसान पहुंचा. आपाधापी के बीच डीजल चोर वाहन छोड़कर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए. डीजल चोर वाहन को न ले जाये, इसलिए त्रिपुरा राइफल्स की टीम ने इसे डैमेज कर दिया था.

खदान के भीतर लगातार बन रहा अराजक माहौल:कुछ समय पहले कोरबा के खदानों से ही एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें डीजल चोरों ने सुरक्षाबलों को कुचलने का प्रयास किया था. इस वीडियो को भाजपा नेता ओपी चौधरी ने भी ट्वीट किया था. खदान के भीतर माफिया राज के बेखौफ होने का आरोप लगाया था.

ओपी चौधरी ने लगाये थे गंभीर आरोप:ओपी चौधरी ने यह भी कहा था कि "सुनियोजित और संगठित डीजल चोरी की जा रही है. खदान के भीतर का माहौल लगातार अराजकता पूर्व बन चुका है. जिसे रोकने में एसईसीएल प्रबंधन से लेकर सीआईएसएफ, त्रिपुरा रायफल्स और स्थानीय पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही है. नियमित अंतराल पर अलग-अलग डीजल माफियाओं द्वारा चोरी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है. डीजल चोरी जैसे अवैध कारोबार का टर्नओवर भी करोड़ों में है. लेकिन पर्दे के पीछे से इस अवैध कारोबार को संचालित करने वाले सरगना तक कभी भी पुलिस के हाथ नहीं पहुंचते.

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष लखनलाल देवांगन ने यह बयान दिया था कि "छत्तीसगढ़ में जिस तरह से कोयला घोटाला उजागर हुआ है. उसी तरह की कार्रवाई डीजल चोरी के विरुद्ध भी होनी चाहिए. एक बड़ा घोटाला उजागर होगा. स्थानीय पुलिस और सुरक्षाबलों के संरक्षण में इस तरह के कारोबार संचालित हो रहे हैं."

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क्या कह रहे अधिकारी: इस विषय में एसईसीएल के पीआरओ सनीष चंद्र ने बताया कि "त्रिपुरा रायफ़ल्स की टीम द्वारा कारवाई करते हुए कुसमुंडा माईन एरिया में आज कुछ व्यक्तियों को मय वाहन रोका था. जोकि खदान में डीज़ल चोरी की नियत से घुस आए प्रतीत होते हैं". प्रकरण के सम्बंध में अतिरिक्त जानकारी एरिया से ली जा रही है.

लावारिस हालत में मिली वाहन को लाया गया थाने: डीजल चोर और त्रिपुरा रायफल्स के जवानों के मध्य हुए संघर्ष के बारे में कुसमुंडा थाना टीआई राजेश जांगड़े ने बताया कि "हमें खदान के भीतर इस संघर्ष की सूचना मिली थी. हम स्वत: संज्ञान लेकर मौके पर पहुंचे. वहां एक कैंपर वाहन लावारिस हालत में मिला. जिसका एक चक्का गायब था और शीशे भी टूटे हुए थे. लावारिस वाहन को वैधानिक कार्रवाई के लिए थाने लाया गया है. फिलहाल एसईसीएल की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली है".

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