कोरबा: नगर सेना के जिला सेनानी अशोक वर्मा का चयन राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक के लिए किया गया है. दरअसल अशोक ने बिलासपुर में हुई आगजनी और बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को बहुत सूझ-बूझ से सुरक्षित निकाला था. उनके शौर्य को देखते हुए 15 अगस्त को उनके नाम का ऐलान किया गया है.
जानकारी देते नगर सेनानी अशोक वर्मा. 2012 में भी हुए थे सम्मानित
दरअसल अशोक वर्मा वर्ष 2011-12 में बिलासपुर में पदस्थ थे. उनके कार्यकाल के दौरान दो ऐसी घटनाएं हुई जिससे वो आम जनता के बीच हीरो साबित हुए. उस वक्त बिलासपुर में भारी बारिश के चलते मनियारी नदी का पानी गांवों में घुस गया और मस्तूरी क्षेत्र में बाढ़ आ गई. उन्होंने बताया कि इसके पहले भी मुझे वर्ष 2012 में मेरी सेवाओं को देखते हुए और किए गए कार्यों का मूल्यांकन करते हुए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है.
आग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला
इन ग्रामीणों को अशोक वर्मा के नेतृत्व में सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया था. इसके बाद दो वर्ष पहले बिलासपुर बस स्टैंड के पास भारत होजियरी में आग लग गई थी. यहां भी अशोक वर्मा ने दिलेरी और सूझ-बूझ दिखाते हुए आग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था.
दो नगर सेनानी और एक जवान के नाम हुई घोषणा
हर वर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर उत्कृष्ट काम करने वाले सरकारी अफसरों के नामों की घोषणा सम्मान के लिए की जाती है. इस वर्ष भी प्रदेश के दो नगर सेनानी और एक जवान के नाम की घोषणा मुख्यालय से की गई है. अशोक वर्मा के अलावा जगदलपुर के नगर सेनानी संतोष मार्बल और बिलासपुर के सैनिक तिहारी राम का नाम शामिल है. इन्हें सम्भवतः अगले वर्ष के गणतंत्र दिवस में सम्मानित किया जाएगा.