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कटघोरा के केंदई रेंज में फिर बेबी एलीफेंट की मौत, महीनेभर में 2 हाथियों का शव मिला

कोरबा के कटघोरा के केंदई रेंज में बेबी एलीफेंट का शव मिला है. अक्टूबर में ही दो बेबी हाथियों की मौत से वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है.

carcass of baby elephant found in kendai range of katghora in korba
बेबी एलीफेंट की मौत

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Published : Oct 26, 2020, 11:53 AM IST

Updated : Oct 26, 2020, 12:31 PM IST

कोरबा: जिले के कटघोरा वनमंडल के केंदई रेंज में 10 माह के भीतर तीसरे हाथी की मौत हो गई है. जिनमें से दो हाथियों की मौत इसी माह अक्टूबर में हुई है. अक्टूबर में मृत दोनों ही बेबी एलीफेंट हैं. ताजा मामला सोमवार की सुबह सामने आया है. केंदई रेंज के गांव लालपुर के तालाब के समीप एक हाथी के बच्चे का मृत शव पाया गया है.

तालाब के किनारे मिला बेबी एलीफेंट का शव

छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का सिलसिला जारी है. ताजा मामला कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल का है.जहां के केंदई रेंज के कोरबी सर्किल के गांव लालपुर में हाथी के बच्चे की मौत हो गई है. बेबी एलीफेंट का शव सुबह केंदई रेंज के लालपुर जंगल में बने तालाब के किनारे मिला है.

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हाथी के बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट नहीं

सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. हालांकि, हाथी की मौत का कारण अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सका है. कटघोरा वन मंडल की डीएफओ शमा फारूखी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

केंदई वनपरिक्षेत्र में 10 माह के दौरान यह तीसरे हाथी की मौत
कुछ माह पूर्व केंदई वन परिक्षेत्र के गांव कुल्हरिया में एक मादा हथिनी की दल-दल में फंसने से मौत हो गई थी.इसी महीने 17 अक्टूबर को पानी में डूबने से 5 महीने के बच्चे हाथी की मौत हुई थी, जिसके बाद सोमवार को इसी तरह की घटना सामने आयी, जिसमे एक और हाथी के बच्चे की मौत हो गयी है.

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तीनों हाथियों की मौत में तालाब और दलदल कॉमन

कटघोरा वनमंडल में हुए तीनों हाथियों के मौत के मामले में तालाब और आसपास स्थित दलदल समान है. सबसे पहले मृत पाई गई मादा हथिनी की मौत दलदल में फंसने से हुई थी, जबकि इसी माह के 17 अक्टूबर को मिले हाथी के बच्चे की मौत भी तालाब में डूबने से होना बताया गया था. जिसके आसपास दलदल मौजूद था. सोमवार की सुबह मृत पाए गए हाथी के बच्चे का शव भी तालाब के समीप मिला है. जहां कुछ ही दूरी पर दलदल नुमा मिट्टी दिख रही है. हालांकि मौजूदा मामले में हाथी की मौत तालाब डूबने से हुई है या नहीं, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है. लगातार हाथियों की मौत ने वन विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. मौत की असली वजह जांच के बाद ही पता चल सकेगी.

जून से जारी है हाथियों की मौत का सिलसिला

प्रदेश में 5 महीने में 14 हाथियों की मौत हो चुकी हैं.

महीना जिला क्षेत्र
26 अक्टूबर कोरबा कटघोरा के केंदई रेंज में तालाब के किनारे बेबी एलीफेंट का शव मिला
17 अक्टूबर कोरबा कटघोरा में तालाब में डूबने से हाथी के बच्चे की मौत
28 सितंबर गरियाबंद बिजली के तार में आने से हाथी की मौत
26 सितंबर महासमुंद पिथौरा में शिकारियों ने करंट लगाकर हाथी को मारा
23 सितंबर रायगढ़ धरमजयगढ़ के मेंढरमार में करंट लगने से हाथी की मौत
16 अगस्त सूरजपुर जहरीला पदार्थ खाने से नर हाथी की मौत
24 जुलाई जशपुर करंट लगने से हाथी की मौत
9 जुलाई कोरबा नर हाथी की इलाज के दौरान मौत
18 जून रायगढ़ धरमजयगढ़ में करंट लगने से हाथी की मौत
15 जून धमतरी माडमसिल्ली के जंगल में कीचड़ में फंसने से बेबी एलीफेंट की मौत
11 जून बलरामपुर मादा हाथी की मौत
10 जून सूरजपुर गर्भवती हथिनी की मौत
9 जून सूरजपुर मादा हथिनी की मौत
Last Updated : Oct 26, 2020, 12:31 PM IST

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