कोरबा : 80 की उम्र में अधिवक्ता एसवी पुरोहित हाई कोर्ट में प्रैक्टिस (Bilaspur High Court lawyer SV Purohit) करते हैं. लेकिन खास बात यह नहीं है. खास यह है कि पुरोहित ने अपने जीव में जितनी शिक्षा हासिल की है, उतनी छत्तीसगढ़ व देश में भी शायद ही किसी ने हासिल की हो. पुरोहित का दावा है कि वह न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश के इकलौते ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने 14 विषय में एमए किया. एमए के अलावा अन्य डिग्री और डिप्लोमा को मिलाकर इन्होंने कुल 24 अलग-अलग विषयों में शिक्षा प्राप्त की है.
14 विषयों में एमए और 24 संकायों में डिग्री ले चुके हैं हाईकोर्ट लॉयर पुरोहित पुरोहित लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में देश के सर्वाधिक शिक्षित व्यक्ति होने का रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराना चाहते हैं. इसके लिए उनकी पढ़ाई अभी भी जारी है. वर्तमान में पुरोहित हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के साथ ही साथ ज्योतिष विद्या में एमए कर रहे हैं.
पिता ने कहा था-दो बेटों में से किसी एक को ही पढ़ाने में सक्षम :पुरोहित पुराने दिनों को याद करते हुए कहते हैं कि 1962 में मैंने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी. चूंकि हमारा बड़ा परिवार था और मेरे पिता एक छोटी नौकरी करते थे. परिवार की आय सीमित थी. तब मेरे छोटे भाई का चयन एमबीबीएस के लिए हुआ और मेरा इंजीनियरिंग के लिए. लेकिन पिता ने कहा कि मैं दोनों में से किसी एक को ही पढ़ा सकता हूं. मेरी आय इतनी अधिक नहीं है. तभी मैंने ठान लिया था कि अब मैं मरते दम तक पढ़ूंगा.
पुरोहित कहते हैं तब मैंने आर्ट्स विषय से पढ़ाई शुरू की और इसके बाद मैं लगातार आगे पढ़ता गया. मां सरस्वती की एक मूर्ति मेरे पास है और यह उन्हीं का आशीर्वाद है कि तब से लेकर अब तक मैंने जितनी भी परीक्षाएं दी हैं, सभी को पास किया है. पुरोहित आगे कहते हैं कि मैंने पॉलिटिकल साइंस, सोशियोलॉजी, हिंदी, अंग्रेजी के साथी महात्मा गांधी के व्यक्तित्व पर भी एमए किया है. मेरी इच्छा है कि मैं मरते दम तक पढ़ाई करूं. मेरी उम्र 80 वर्ष हो चुकी है, लेकिन मेरा ज्यादातर समय किताबों के बीच पढ़ाई में ही व्यतीत होता है. हाई कोर्ट में मेरा सम्मान किया जा चुका है. मुझे वहां के जज भी पहचानते हैं.
कभी खाली नहीं बैठूंगा, जब अशक्त हो जाऊंगा तो लोगों को भविष्य बताऊंगा :पुरोहित वर्तमान में ज्योतिष विद्या में एमए कर रहे हैं. ज्योतिष में दिलचस्पी कहां से आई? इस प्रश्न के जवाब में अधिवक्ता एसवी पुरोहित कहते हैं कि वर्तमान में मेरी उम्र 80 वर्ष है. अभी भी मेरे पास कई मामले हैं, जिनकी पैरवी में हाईकोर्ट में करता हूं. मैं होम्योपैथी में चिकित्सक भी हूं. इसकी डिग्री भी मेरे पास है, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा जब मैं अशक्त हो जाऊंगा. मैं अंग्रेजी से हिंदी और हिंदी से अंग्रेजी में ट्रांसलेशन भी कर लेता हूं. इसका काम भी मेरे पास आता रहता है. अशक्त होने की स्थिति में लोग मेरे पास कानूनी सलाह लेने तो आएंगे ही और तब मैं अपनी ज्योतिष विद्या का भी इस्तेमाल करूंगा.
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बेटा बोला-पिता को शुरू से ही केवल किताबों का नशा :एसवी पुरोहित के बड़े बेटे सुनील पुरोहित कहते हैं कि हम दो भाई हैं. मेरा छोटा भाई पंकज अमेरिका में सेटल्ड है. वह वहां पिता का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए प्रयासरत है. लिम्का बुक्स में भी हमने आवेदन कर दिया है. जब से हमने होश संभाला है तब से हम देख रहे हैं कि हमारे पिता ने कभी कोई नशा नहीं किया. इन्हें सिर्फ एक नशा है और वह है किताबों का. 24 घंटे में से अधिकतर समय इनका किताबों के साथ ही बीतता है.
इन विषयों में ली एमए व अन्य डिग्री :एसपी पुरोहित ने अपनी अलमारी से सभी डिग्रियां निकालकर ईटीवी भारत के टीम को दिखाई. पुरोहित मूलत: एमपी के निवासी हैं. इसलिए एमपी और बिहार से भी इन्होंने कई डिग्रियां प्राप्त की हैं. पुरोहित पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, सोशियोलॉजी, फिलोसोफी, इंडियन हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, हिंदी, इंग्लिश, इकोनॉमिक्स, महात्मा गांधी पीस स्टडीज, ट्रांसलेटिंग एंड एडिटिंग सहित ज्योतिष विद्या में एमए की अर्हता रखते हैं. इसके अलावा उन्होंने B.Ed, एलएलबी, एलएलएम, डिप्लोमा इन साइबर लॉ, पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म सहित गीता सार में भी सर्टिफिकेट की डिग्री प्राप्त की है. इस तरह से उनके पास कुल मिलाकर 14 विषय में एमए सहित 24 अलग-अलग संकाय में डिग्री या डिप्लोमा है.