कोरबा: कोरबाजिले में इन दिनों हाथियों की धमक बनी हुई है. कोरबा और कटघोरा के वन मंडलों में हाथियों के दो अलग-अलग परिवार को देखा गया है. दोनों की तस्वीरें ग्रामीणों ने अपने कैमरे में कैद की हैं. हाथियों का एक दल कटघोरा वन मंडल के कोरबी सर्किल में बना हुआ है. जबकि 9 हाथियों का दूसरा परिवार कोरबा वन मंडल के कुदमुरा से होता हुआ धरमजयगढ़ की ओर कूच कर गया है.
प्यास बुझाने तालाब में जाते दिखा हाथियों का 2 परिवार यह भी पढ़ें:Monsoon in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में 7 जून तक मानसून के पहुंचने की संभावना
कुदमुरा के समीप किया रोड क्रॉस: कोरबा वन मंडल के कुदमुरा रेंज में लंबे समय बाद हाथी वापस लौटे हैं. दरअसल हाथी बेहगहना से कटघोरा के पाली रेंज की ओर से जिले में प्रवेश कर गए हैं, जिसमें 9 हाथी शामिल है. हाथियों का परिवार पसरखेत होते हुए 2 रेंज को क्रॉस कर कुदमुरा पहुंचा है. हाथियों के इस परिवार में बच्चे भी शामिल हैं. हाथियों के कुदमुरा से धरमजयगढ़ की ओर आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है. हाथियों का यह दल कुदमुरा के पास रोड क्रॉस कर रहा था. तभी इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. कुछ ग्रामीणों ने उनकी तस्वीर कैमरे में कैद कर ली.
30 हाथियों का दल बना हुआ है कोरबी रेंज में:इसके अलावा 30 हाथियों का एक दल कटघोरा वन मंडल के कोरबी सर्किल में बना हुआ है. यह सभी गांव जलके के आसपास घूम रहे हैं. गर्मी के समय प्यास लगने पर हाथियों का यह बड़ा दल तालाब में पानी पीने और स्नान के लिए पहुंचा. तभी ग्रामीणों ने इसका वीडियो बना लिया. हाथियों का यह दल तालाब में पानी पीने के साथ ही जल क्रीड़ा करता हुआ दिखाई दिया.
ग्रामीणों में भय: गर्मी के मौसम में ग्रामीण धान की फसल लगाते हैं. इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्रहण का काम भी चलता है. ऐसे में ग्रामीण भयभीत हैं. वह जंगल की ओर जाने से कतरा रहे हैं. कटघोरा और कोरबा वन मंडलों के अधिकारियों की माने तो सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है. मुनादी भी करा दी गई है, ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने की हिदायत दी जा रही है.