कोरबा: कटघोरा में भाई-बहन के अपहरण का मामला सामने आया था. जिसे पुलिस ने फर्जी बताया है. जानकारी के मुताबिक हफ्ते भर स्कूल न जाने को लेकर नाबालिग लड़की को परिजनों ने डांट लगाई थी. किशोरी ने खुद ही अपने अपहरण और बंधक बनाए जाने की झूठी कहानी रची थी.
मां की डांट से नाराज होकर रची अपहरण की कहानी यह है मामला
कटघोरा थाना अंतर्गत आने वाले गांव में मूंगफली बेचने वाली की 16 वर्षीय पुत्री सोमवार की शाम को मां की डांट से नाराज होकर कहीं चली गई थी. मंगलवार की सुबह जब वह घर लौटी तो उसकी माँ और बुआ ने स्कूल नहीं जाने की बात पर उसे डांट लगाई थी. जिसके बाद किशोरी अपने बुआ के 3 वर्षीय बेटे के साथ फिर से निकल गई थी.
किशोरी ने ऐसे रची कहानी
इस बीच सुबह 11 बजे गांव के ही एक मकान से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी. साथ ही वहां नाबालिग लड़की बेहोशी की हालत में मिली. जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई. लड़की को कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया गया. इसी बीच उसके बयान के आधार पर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात आरोपियों की खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था. किशोरी से पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो गोल-मोल जवाब दे रही थी.
सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने किया मामले का खुलासा
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया. सीसीटीवी कैमरे में किशोरी और उसका भाई कमरे में जाते दिखे उनके साथ कोई और नहीं था. पुलिस ने फिर से पूछताछ शुरू की तो किशोरी ने सच्चाई बयां कर दी. उसने बताया कि क्लास 9 में वह पढ़ती है और उसे स्कूल नहीं जाने की वजह से अक्सर उसकी मां डांटती थी. इस बात से नाराज किशोरी भाई के साथ उस मकान के पास जैसे ही पहुंची उसे बोरी और रस्सी दिखी. उसने खुद को रस्सी से पहले बांध लिया और अपने भाई को सिखाया की कोई भी पूछे तो यह बताने की उसको दो युवकों ने यहां लाकर बांधा है. उसके सिखाये मुताबिक भाई ने भी परिजनों से वही कहा.