कोरबा:कस्टम मिलिंग के दौरान बारदाना घोटाले की जांच करने पहुंची प्रशासन की 3 सदस्यीय टीम ने 3 हजार बारदानों की जांच की है. जांच दल की प्रभारी डिप्टी कलेक्टर कमलेश नंदनी साहू ने अनियमितता की आशंका जताई है. जांच टीम की ओर से इस केस का विस्तृत ब्योरा कलेक्टर को भेजा जाएगा.
कस्टम मिलिंग के दौरान जिले में बारदानों के घोटाले की जांच करने तीन सदस्यीय दल कटघोरा के छुरी पहुंची, जिसके बाद जांच दल ने इस दौरान करीब 3 हजार बारदानों की सील तोड़कर जांच की. इस बारे में डिप्टी कलेक्टर कमलेश नंदिनी साहू ने बताया कि मामले की शिकायत के बाद जिला कलेक्टर किरण कौशल ने उनके नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया है. साहू के मुताबिक कुछ बारदानों में उन्हें गड़बड़ी नजर आई है.
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नए की जगह पुराने बारदाना में कस्टम मिल्ड चावल
बारदाना घोटाला की जांच के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के कटघोरा के छुरी स्थित गोदाम में टीम ने पड़ताल की. इस दौरान डिप्टी कलेक्टर साहू के अलावा फूड ऑफिसर एके चतुर्वेदी और नायब तहसीलदार कटघोरा रवि राठौर ने नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में सुबह से शाम तक कस्टम मिलिंग के चावल के एक स्टॉक की जांच की. जांच के बाद साहू ने मीडिया को बताया की जांच में नए की जगह पुराने बारदाना में कस्टम मिल्ड चावल जमा करने की बात सामने आई है. इसके साथ जांच में कई बारदाना ऐसे मिले, जिसमें अलग-अलग राइस मील के स्टेंसिल छपे थे और स्टीकर किसी दूसरे राइस मील के लगे थे.