कोरबा:कोरोना संक्रमण की आड़ में शासकीय कामकाज के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कलेक्टर किरण कौशल ने सख्त रूख अपना लिया है. वीवेक्स मीटिंग टूल के माध्यम से बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने जिला पंचायत कार्यालय में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई. वहीं कोरोना संक्रमित होने की संभावना या संदेह को लेकर शासकीय काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने इस बैठक में SDM संजय अग्रवाल की मौजूदगी में गौठान निर्माण, चारागाह निर्माण, गोधन न्याय योजना, वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ जिला पंचायत की अन्य योजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया कि सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें. वहीं मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बार-बार हाथों को सैनिटाइज कर शासकीय कामकाज को नियमित रूप से पूरा करें.
कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश
कलेक्टर ने किसी भी परिस्थिति में कोरोना संक्रमण की आशंका या संक्रमित होने की संभावना का बहाना लेकर शासकीय कामकाज प्रभावित नहीं होने की हिदायत दी है. कलेक्टर ने बैठक में जिला पंचायत की मनरेगा शाखा, आजीविका मिशन शाखा, एनजीजीबी सेल और पंचायत शाखा में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई है. कलेक्टर कौशल ने निर्देशित किया कि जिन कर्मचारी और अधिकारियों को कोरोना संक्रमण होने का शक हो वे तत्काल अपनी जांच कराएं. वहीं लक्षण दिखने वाले या कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सभी अधिकारी-कर्मचारी छुट्टी लेकर खुद को आइसोलेट कर लें.
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कलेक्टर ने जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी बीपी भारद्वाज को निर्देशित किया कि छुट्टी लेने वाले अधिकारी-कर्मचारियों का शासकीय काम अन्य योग्य अधिकारी-कर्मचारियों को सौंपे, ताकि शासकीय काम लगातार चलता रहे और विकास कार्यों की रफ्तार धीमी न पड़े. बैठक में कलेक्टर ने नये गौठान बनाने के लिए अगले 15 दिनों में सभी औपचारिकताएं पूरी कर काम शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.