कोरबा: कटघोरा में हाथियों का आंतक रुकने का नाम नहीं ले रहा है, वहीं 43 हाथियों का दल डेरा जमाए हुए है और गांवों में जमकर उत्पात मचा रहे हैं. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, वन अमले की ओर से ग्रामीणों को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. जिला मुख्यालय कोरबा से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर बसे दमऊकुंडा गांव के एतमानगर रेंज में बसे गांव के आसपास 43 हाथियों का दल विचरण कर रहा है.
कटघोरा में 43 हाथियों के दल ने डाला डेरा, दहशत में ग्रामीण
कटघोरा में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां 43 हाथियों के दल ने डेरा जमा दिया है जिससे ग्रामीण काफी दहशत में हैं.
कलेक्टर ने गांववालों से की चर्चा
रात होते ही हाथी गांव में आ जाते हैं और जमकर उत्पात मचाते हुए गांववालों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ग्रामीणों में इतनी दहशत है, कि लोग अपने पास पड़ोस के पक्के मकान के छत पर चढ़कर अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 'हाथी कच्चे मकान में तोड़फोड़ कर रहे हैं, कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल का काफिला भी हाथी प्रभावित क्षेत्रों से गुजर रहा था,तभी गांववालों को अलाव जलाकर बैठे देखा तो गांववालों से चर्चा करते हुए हाथियों से दूर रहने और जिला प्रशासन की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया'.
वन अमला नहीं कर रहा मदद
देखने वाली बात यह है कि एक तरफ कलेक्टर हाथी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. वहीं गांववालों के दहशत में होने बावजूद वन अमला गांववालों की मदद नहीं कर रहा है.