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कोरबा की सड़कों पर दिखे यमराज और चित्रगुप्त

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Published : Jan 20, 2021, 11:29 AM IST

Updated : Jan 20, 2021, 3:42 PM IST

कटघोरा में 32वां सड़क सुरक्षा माह मनाया गया. इस दौरान यमराज और चित्रगुप्त सड़क पर हर आने-जाने वाले वाहन चालकों को यातायात सुरक्षा को लेकर समझाते दिखे.

32nd Road Safety Month in katghora of korba
32वां सड़क सुरक्षा माह

कोरबा/कटघोरा: प्रदेश भर में इन दिनों जिला व यातयात पुलिस सड़क सुरक्षा माह का आयोजन कर रही है. पिछले साल तक यह कार्यक्रम साप्ताहिक होता था, लेकिन इसका दायरा बढ़ाकर इसे मासिक कर दिया गया है. 18 जनवरी से शुरू हुए इस सड़क सुरक्षा माह का आगाज जिला मुख्यालय कोरबा में मंगलवार को किया गया, जिसमें जिला एसपी, एएसपी व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शिरकत की. कार्यक्रम के दौरान पुलिस के साथ यमराज व चित्रगुप्त भी साथ रहे, उन्होंने बाइक चालकों को यातायात रूल्स फॉलो करने और गाड़ी चलाते समय हेलमेट पहनने की सलाह दी. लोगों के बीच सड़क नियमावली का पैम्पलेट भी बांटा गया. सड़क सुरक्षा व जनजागरूकता के मद्देनजर इससे जुड़े कार्यक्रम जिले के सभी थाना क्षेत्रों में आयोजित किये जाएंगे.

32वां सड़क सुरक्षा माह

लोगों को बताए गए यातायात के नियम

सड़क सुरक्षा माह

32वें सड़क सुरक्षा माह के तहत पुलिस के अधिकारी, जवान व जनप्रतिनिधि सभी आम छोटे-बड़े वाहन चालकों को हेलमेट का उपयोग करने, धीमी व सुरक्षित गति से वाहन चलाने, नशे की हालत में गाड़ी नहीं चलाने के साथ सड़क नियमों के पालन करने की नसीहत देंगे. 32वें सड़क सुरक्षा माह के तहत जिले के कटघोरा में भी जनजागरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. आयोजन में नगर अध्यक्ष रतन मित्तल व सूबेदार भुवनेश्वर प्रसाद कश्यप के अलावा पत्रकार व अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख रूप से शिरकत की.

'घायलों की सहायता के लिए सामने आए'

32वां सड़क सुरक्षा माह

कटघोरा के मुख्य चौक में हुए इस जनजागरण कार्यक्रम में आमलोगों को संबोधित करते हुए नगर अध्यक्ष रतन मित्तल ने बताया कि आज सड़क में खुद की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए सफर करना एक बड़ी चुनौती बन गई है. व्यस्त यातायात के बीच हर दिन सड़क दुर्घटनाएं सामने आ रही है, जिसमे वाहन चालक घायल भी हो रहे और अपनी जान भी गंवा रहे हैं. मित्तल ने सड़क कानूनों में हुए बदलाव को रेखांकित करते हुए बताया कि पहले घायलों की मदद करने या सीधे अस्पताल पहुंचाने के लिए मददगार सामने नहीं आते थे. उन्हें इससे कानूनी अड़चनों में फंसने के डर होता था, लेकिन कानून में हुए बदलाव के बाद अब पुलिस मदद करने वालो को बयान के लिए बाध्य नहीं कर सकती, लिहाजा हम सभी को जब कभी भी जरूरत पड़े घायलों की सहायता के लिए सामने आने की जरूरत है.

पढ़ें: बालोद में सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ

जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी की कोशिश

मीडिया से बातचीत करते हुए सूबेदार भुवनेश्वर प्रसाद कश्यप ने बताया कि जिला एसपी अभिषेक मीणा के निर्देशन व एएसपी कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रयासरत है. सड़क सुरक्षा माह से अलग पुलिस हाइवे में सतत पेट्रोलिंग करती है. इसके अलावा बैनर, फ्लैक्स व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी आम वाहन चालकों को सड़क नियमों के पालन के बारे में बताया जा रहा है. पुलिस ने खतरनाक अथवा डेंजर प्वाइंट को चिन्हित कर वहां संकेतक लगवाए है. चौक-चौराहों के लिए पुलिस ने स्टॉप के इंतजाम भी किये है. इसका नतीजा यह रहा कि जिले के भीतर रोड एक्सीडेंट के मामलों में भारी कमी आई है. कश्यप ने आमजनों से पुलिस के सहयोग की अपील की और शराब पीकर वाहन नहीं चलाने और रोड रूल्स का पालन करने की बात कही.

कार्यक्रम के दौरान पुलिस के साथ यमराज व चित्रगुप्त भी साथ थे जो बाइक चालको को खासतौर पर हिदायत दे रहे थे. उन्होंने लोगो के बीच सड़क नियमावली का पैम्पलेट भी वितरित किया. कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल, उपाध्यक्ष बजरंग पटेल, रक्षित केंद्र के सूबेदार भुवनेश्वर प्रसाद कश्यप, अन्य उपस्थित रहे.

Last Updated : Jan 20, 2021, 3:42 PM IST

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