कोरबा: हॉटस्पॉट जिले में फिर 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से एक मरीज की बहन ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता की बहन का कहना है 'जब क्वॉरेंटाइन अवधि 14 दिन की है, तब भाई को 9 दिन में घर क्यों भेजा गया? घर में छोटी बच्ची और बूढ़े माता-पिता हैं. घर लौटने के बाद मेरा भाई इन सभी के संपर्क में आ चुका है. अब यदि किसी को कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से शासन-प्रशासन पर होगा'.
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन का कहना है कि युवक को क्वॉरेंटाइन अवधि पूर्ण होने के बाद घर वापस भेजा गया था, लेकिन अब जबकि युवक पॉजिटिव आ गया है तब उसके पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन करने के बाद सभी का सैंपल लिया जाएगा. पॉजिटिव पाया गया युवक कटघोरा तहसील के भिलाई बाजार के पास गांव केसला का निवासी है. युवक शासकीय बालक हाई स्कूल हरदीबाजार में क्वॉरेंटाइन किया गया था.
27 मई को युवक को दी गई छुट्टी
युवक की रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आई है. परिजनों का आरोप है कि इस रिपोर्ट का इंतजार किए बिना ही युवक को 27 मई को छुट्टी दे दी गई. अब जब 31 मई को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो कटघोरा एसडीएम, सीएमओ, खंड शिक्षा अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अफसर हरदीबाजार पहुंच गए हैं, जहां पर एसडीएम ने स्थानीय कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई. वहीं प्रशासनिक टीम ने युवक की खोजबीन के लिए एक टीम भिलाई बाजार स्थित उसके गांव केसला भेजा.