कोंडागांव/केशकाल: गोबर कभी आमदनी का जरिया बनेगा इसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी. लेकिन छत्तीसगढ़ शासन की योजना गोधन न्याय योजना ने यह सच कर दिखाया है. भूपेश सरकार की योजना से पशुपालकों, किसानों और महिलाओं के लिए अतिरिक्त आमदनी के रास्ते खुलने लगे हैं. साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना भी साकार होता जा रहा है.
सरकार की इस योजना का फायदा उठाते हुए केशकाल नगर पंचायत सीएमओ नामेश कावड़े के मार्गदर्शन में स्व-सहायता समूह की महिलाएं गोबर से जैविक खाद और दीये बना रही हैं. साथ ही इनके बनाए हुए दीयों की बाजारों में डिमांड भी है. जिससे समूह की महिलाओं को अच्छी-खासी आमदनी भी हो रही है.
और भी उत्पाद बनाने की तैयारी
CMO नामेश कावड़े ने बताया कि नगरीय प्रशासन मंत्रालय की ओर से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुहिम छेड़ी गई है. जिसके तहत महिलाएं कंपोस्ट खाद बना रही हैं. साथ ही दिवाली त्योहार के चलते इन दिनों यह महिलाएं गोबर के दीए बनाने में जुटी हैं. साथ ही आगे गोबर की लकड़ियां और अन्य उत्पाद बनाने पर विचार किया जा रहा है.