कोंडागांव: जिले के केशकाल ब्लॉक के ग्रामीणों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का एक अनूठा तरीका निकाला है. ग्रामीणों ने बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए गांव तक जाने वाली सड़कों के बीच मे लकड़ियों की सहायता से बैरिकेड लगाकर मार्ग को बाधित कर दिया है. यही नहीं क्षेत्र के लोगों को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है.
लोगों की आवाजाही रोकने के लिए ग्रामीणों ने रोड किया ब्लॉक देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था. लेकिन बावजूद लोगों का आना जाना लगा हुआ है. इसलिए ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है. ऐसे में सामाजिक दूरी और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं. गांवों में ग्रामीणों ने बाहर के लोगों का गांव में भी प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया है.
नियम उल्लंघन पर लगेगा 5 हजार रुपए का जुर्माना
ब्लॉक किए हुए स्थान पर सरपंच और ग्रामीणों ने बैनर भी लगाया गया है. वहीं बैनर पर लिखा है, घर पर रहें सुरक्षित रहें, बाहरी व्यक्ति का गांव में आना निषेध है, कोई व्यक्ति अपने घरों से न निकले. इसका उलंघन करने वालों पर 5 हजार रुपये तक का जुर्माना भी तय किया गया है.
अति आवश्यक कार्य भी हुआ बाधित
ग्रामीणों की इस पहल से लाभ तो हो रहा है, लेकिन कुछ ग्रामवासी इस निर्णय से नाखुश भी हैं. जिन्हें किसी आवश्यक काम के लिए केशकाल आना पड़ रहा है या आपातकालीन स्थिति में एम्बुलेंस सेवाएं भी ठप पड़ी है.
इस विषय मे जिला पंचायत CEO डी.एन. कश्यप ने शनिवार दिनांक 29 मार्च को कोंडागांव जिले के समस्त ब्लॉकों में जाकर वहां के सरपंच और सचिवों के साथ बैठक की और इस तरह से मार्ग बाधित नहीं करने की समझाइश दी. सीइओ कश्यप से बात करने पर उन्होंने बताया कि, केशकाल ब्लॉक से लगातार इस तरह की शिकायतें मिल रही थी जिसके निरीक्षण के बाद सभी सरपंचों को अपने गांव के मार्ग में लगे बैरिकैडिंग को तत्काल प्रभाव से हटाने की समझाइश दी गई है.