छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में महिला खिलाड़ी की मौत से हड़कंप

कोंडागांव में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में कबड्डी की महिला की खिलाड़ी की मौत हो गई. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. अब पूरे मामले में सियासत जारी है.

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में महिला खिलाड़ी की मौत
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में महिला खिलाड़ी की मौत

By

Published : Oct 16, 2022, 8:19 PM IST

Updated : Oct 16, 2022, 10:53 PM IST

कोंडागांव:राज्य सरकार ग्रामीण पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत कर चुकी है. राजीव युवा क्लब के तत्वाधान में गांव गांव में पारंपरिक ग्रामीण खेलों का आयोजन हो रहा है. कोंडागांव जिले के ग्राम माझी बोरंड में आयोजित खेल प्रतियोगिता के दौरान एक महिला की मौत की घटना शनिवार को सामने आई. जिसको लेकर सियासत शुरू हो गई है.

यह भी पढ़ें:राजनांदगांव में पुलिस आरक्षक ने की खुदकुशी, सर्विस रायफल से खुद को मारी गोली

मिली जानकारी के मुताबिक, ग्राम मांझीबोरंड निवासी शांति मंडावी पति उमेश मंडावी ( 31) की शुक्रवार को गांव में चल रहे कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान कबड्डी खेलते हुए गिरकर बेहोश हो गई थी. जिनकी रायपुर अस्पताल में उपचार के दौरान रात को मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री ने गहरा शोक जताया और मृतक परिवार को 4 लाख का आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. वहीं परिजनों ने पंचायत द्वारा बगैर सुविधा और अव्यवस्था के बीच खेल प्रतियोगिता आयोजित करने का आरोप लगाया है. महिला की मौत के लिए खेल संचालकों को दोषी बताया है.

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में महिला खिलाड़ी की मौत से हड़कंप
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक पर सियासत: भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक पर सवाल खड़े किये हैं. कबड्डी के दौरान युवा खिलाड़ी की मौत के बाद अब कोण्डागांव में आदिवासी युवती की मृत्यु हुई है. जिस पर बीजेपी नेता केदार कश्यप ने कहा है कि " कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक करा रही है या छत्तीसगढ़ के युवाओं की मौत को दावत दे रही है."प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सरकार की लापरवाही और घोर अव्यवस्था के कारण युवा खिलाड़ियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. कोण्डागांव के मांझीबोरंड में छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा था. वहां कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान शांति मंडावी बेहोश हो गई. उसके परिजन निजी वाहन से उसे कोडागांव के अस्पताल लेकर गए. वहां से रायपुर रेफर किया गया. खबर है कि सरकारी एंबुलेंस 108 खराब बताकर अपनी व्यवस्था करने कहा गया.

निजी व्यवस्था कर शांति मंडावी के पति उमेश मंडावी और परिजन उसे लेकर रायपुर आये, जहां निजी अस्पताल में रात 11 बजे उसकी मृत्यु हो गई. कोण्डागांव या रायपुर के किसी भी शासकीय अधिकारी ने उस आदिवासी परिवार से संपर्क भी नहीं किया न ही किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई. जब सरकार खिलाड़ियों को स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं दे सकती तो इस तरह की राजनीतिक पैंतरेबाजी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल क्यों दिखा रहे हैं.

यह भी पढ़ें:बीजापुर में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर आदिवासियों को उतारा मौत के घाट


उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान कांग्रेस की राजदुलारी को खुश करने 50-50 लाख की न्यौछावर करने वाले सीएम भूपेश बघेल अब क्या कर रहे हैं. राजनीति के शिकार छत्तीसगढ़ के युवाओं की मौत पर पर्याप्त मुआवजा देने के लिए पैसा नहीं है. घरघोड़ा रायगढ़ की खराब सड़क पर दम तोड़ने वाले युवा खिलाड़ी के परिवार को सिर्फ 4 लाख का मुआवजा देने वाले भूपेश बघेल को युवा पीढ़ी की बलि चढ़ाने का कोई अधिकार नहीं है.


प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख का मुआवजा दिया जाय. खिलाड़ियों का बीमा कराया जाए और बेहतर सुरक्षा इंतजाम और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएं. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों का स्वागत है लेकिन भूपेश बघेल सरकार जो जानलेवा तमाशा कर रही है, वह नहीं करने देंगे. भूपेश बघेल के राजनीतिक ड्रामे में जान गंवाने वाले हर एक युवा की मौत का जवाब कांग्रेस सरकार को देनी होगी.

Last Updated : Oct 16, 2022, 10:53 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details