कोंडागांव: टिड्डी दल के प्रकोप को लेकर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है. टिड्डियों का ये दल राजस्थान से होते हुए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्य तक पहुंच गया है. प्रदेश के भी कुछ जिलों में टिड्डी दल यहां की फसलों को अपना निवाला बना सकता है. इसके चलते कोंडागांव के सभी सीमावर्ती गांवों में मुनादी कराई गई है और सुरक्षा दल का गठन किया गया है. साथ ही कलेक्टर ने मैदानी स्तर पर अधिकारियों को सतत् निगरानी करने के निर्देश भी दिए हैं.
अखिल भारतीय किसान महासंघ (आइफा) के राष्ट्रीय संयोजक राजाराम त्रिपाठी ने इन टिड्डियों के झुंड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये एक दिन में 100 से 150 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं. हालांकि इनके आगे बढ़ने की दिशा हवा की गति पर निर्भर करती है. टिड्डी दल सामूहिक रूप से लाखों की संख्या में झुंड बनाकर पेड़-पौधे और वनस्पतियों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं. ये टिड्डी 15 से 20 मिनट में फसलों को चट कर सकते हैं.
ऐसे भगाएं टिड्डियों को
टिड्डी दल से बचाव पर राजाराम त्रिपाठी ने बताया कि टिड्डियों को फसलों पर बैठने से रोकने के लिए तुरंत अपने खेत के आसपास घास-फूस जलाकर धुआं करें. इससे टिड्डी दल खेत में ना बैठकर आगे निकल जाता है. आवाज से भी ये टिड्डी दल डरता है. खेतों में पटाखे फोड़कर, थाली बजाकर, ढोल-नगाड़े बजाकर आवाज करके भी टिड्डयों को भगाया जा सकता है. कल्टीवेटर या रोटावेटर चलाकर टिड्डी के अंडों को नष्ट किया जा सकता है.