केशकाल:कोंडागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विश्रामपुरी थाना क्षेत्र के दूरस्थ गांव बैजनपुरी में जन चौपाल लगाया. पुलिस अधीक्षक ने यहां ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली है. इस दौरान पुलिस ने ग्रमाणों को सायबर क्राइम, ऑनलाइन ठगी, बैंक खाता OTP, सीवीवी नंबर, एटीएम नंबर के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. महिला और नाबालिगों से संबंधित अपराध के बारे में भी जानकारी दी गई है. विभिन्न प्रकार की जानकारी देने के लिए एसपी का आभार व्यक्त भी किया.
SP सिद्धार्थ तिवारी ने की ग्रामीणों से मुलाकात एसपी ने ग्रामीणों को जानकारी देते हुए बताया कि ऑनलाइन अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में सभी सतर्क रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि कोई भी ग्रामीण किसी अज्ञात का फोन आने पर अपने मोबाइल से किसी प्रकार की जानकारी साझा न करे. किसी प्रकार के लोक लुभावन वादों जैसे पैसा जमा कर कम समय में दोगुना करके देने और जमा पैसे पर ब्याज अधिक देने जैसे झांसे में न आएं.
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पुलिस को करें सूचित
SP सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि कोई अज्ञात व्यक्ति इस तरह से ग्रामीणों को बहकाने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए. ग्रामीणों को लॉटरी में गाड़ी या अन्य किसी कीमती चीज देने की झांसा में नहीं आने के लिए भी सतर्क किया गया है. वाहन फायनेस, आधार कार्ड सर्विसेस का दुरूपयोग, फोन से संबंधित फ्रॉड से बचने के बारे में जानकारी दी गई है.
सामुदायिक पुलिसिंग क्या है?
पुलिस के कार्यों में नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए वातावरण निर्मित किया जा रहा है. इसे सामुदायिक पुलिसिंग कहा जाता है. पुलिस इसके जरिए नागरिक समुदाय की सुरक्षा में वृद्धि सुनिश्चित कर रही है. छत्तीसगढ़ में पुलिस रिफॉर्म के लिए पहल चल रही है. आदर्श थाना बनाए जा रहे हैं. बस्तर संभाग में पुलिस लगातार ग्रामीणों के बीच भी पहुंच रही है. ताकि पुलिस और लोगों के बीच दूरियां कम की जा सके. हाल के दिनों में CM भूपेश बघेल ने एक बयान में कहा था कि हम ग्रामीणों का विश्वास जीतना चाहते हैं. इसी क्रम में सामुदायिक पुलिसिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.