कोंडागांव:केशकाल केरावणभाठा मैदान में संघर्षशील प्रेरक पंचायत कल्याण संघ के सदस्यों ने अनिश्चिकालीन धरना-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जनघोषणा पत्र में प्रेरकों को जल्द से जल्द नियमित कर रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन सरकार सत्ता में आने के बाद अपने वादों को भूल गई. अब जब तक सरकार मांगें पूरी नहीं करेगी, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
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सत्ता में आते ही वादा भूली कांग्रेस सरकार
जिलाध्यक्ष संपत सेठिया ने कहा कि पिछली सरकार ने वर्ष 2018 में संघर्षशील प्रेरक पंचायत संघ को कार्यमुक्त कर दिया था. वादा करने के बाद भी आज तक प्रेरकों को न तो नियमित किया गया है और न ही रोजगार दिया गया है.
25 फरवरी को किया था एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन
25 फरवरी को प्रेरकों ने एकदिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन और रैली निकालकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था. ज्ञापन सौंपने के बाद भी प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली.
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रोजगार नहीं होने से हो रही है आर्थिक और मानसिक दिक्कतें
संघर्षशील प्रेरक पंचायत कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष संपत सेठिया ने बताया कि आज तक हम दरबदर घूम रहे हैं. अपना जीवनयापन करने में आर्थिक, मानसिक के साथ साथ विभिन्न प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
विनीता देवांगन ने कहा कि हम निरन्तर प्रयास कर रहे हैं कि सरकार हमारी मांगों को सुने. वर्तमान में रोजगार न होने के कारण न तो हम घर चला पा रहे हैं और न तो बच्चों का पालन-पोषण कर पा रहे हैं. सरकार से आग्रह है कि हमारी मांगों को पूरा कर हमें रोजगार दिया जाए.