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ऑनलाइन क्लास अटेंड करना बच्चों के लिए था मुश्किल, शिक्षक ने ऐसे निकाला रास्ता - कोंडागांव न्यूज

कोंडागांव में बच्चों की पढ़ाई के लिए 'पढ़ाई तुंहर दुआर' योजना के तहत पढ़ाई शुरू कराने का फैसला किया गया था, लेकिन नेटवर्क, स्मार्ट फोन की समस्या को देखते हुए अब हफ्ते में 3 दिन ऑफलाइन क्लासेस ली जा रही है. इसके लिए शिक्षकों ने एक अच्छी पहल की है.

offline classes started in kondagaon
कोंडागांव में ऑफलाइन क्लासेस

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Published : Jul 27, 2020, 3:54 PM IST

कोंडागांव: कोरोना संक्रमण वैश्विक महामारी से केवल भारत ही नहीं पूरा विश्व प्रभावित है. इससे बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग ने 'पढ़ाई तुंहर दुआर' योजना के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई की योजना बनाई थी, लेकिन इसमें कई तरह की परेशानियां सामने आ रही थी, जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के सुदूर इलाके में बच्चों की ऑफलाइन क्लासेस शुरू की गई है.

कोंडागांव में ऑफलाइन क्लासेस

दरअसल, ऑनलाइन क्लासेस को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारी परेशानियां आ रही है. दरअसल, गांव के बच्चों के पास एंड्रॉयड मोबाइल का न होना, गांव में नेटवर्क की परेशानी एवं मोबाइल में बैलेंस की परेशानी जैसे कई कारणों से बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुड़ नहीं पा रहे थे. इस अभियान से सिर्फ कुछ ही बच्चे ही जुड़ पा रहे थे.

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शिक्षक ने शुरू की अनोखी पहल
इन समस्याओं को देखते हुए शिक्षक देव कुमार जगत ने एक अनूठी पहल शुरू की. अभिभावक एवं ग्रामवासियों द्वारा बैठक लेकर बच्चों की ऑफलाइन क्लास खुले मैदान में शुरू करने की योजना बनाई गई है. इस बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है. सप्ताह में 3 दिन क्लासेस लगाने का निर्णय लिया गया है. ताकि बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित न हो और साथ ही बच्चे खुले में पढ़ने का मजा भी ले सकें. इस पहल से ग्रामवासियों और बच्चों में भारी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. साथ ही ग्रामीणों द्वारा भी भरपूर मदद की जा रही है.

कोंडागांव में ऑफलाइन क्लासेस

शिक्षक ने बच्चों के लिए खरीदा माइक
शिक्षक देवकुमार जगत ने ऑफलाइन क्लास के लिए बच्चों को अपने खर्चे से माइक प्रदान किया है. उनका कहना है कि इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा एवं प्रतिदिन प्रार्थना माइक से की जाएगी. प्रार्थना के पश्चात बच्चे माइक लेकर अनमोल वचन, कोई रोचक प्रसंग, सामान्य ज्ञान से संबंधित मेटर या किसी रोचक विषय पर चर्चा करेंगे. इससे बच्चों को माइक से होने वाली झिझक दूर होगी.

शिक्षक बच्चों से मोबाइल से करते हैं बात
शिक्षक देवकुमार जगत ने बहुत सारे बच्चों के मोबाइल नंबर भी अपने मोबाइल में सेव करके रखे हुए हैं. समय निकालकर वे बच्चे एवं उनके पालकों से फोन करके उनकी पढ़ाई का जायजा लेते रहते हैं. साथ ही छुट्टी के दिन भी वे गांव आकर बच्चों एवं उनके पालकों से मिलकर पढ़ाई के बारे में जानकारी लेते रहते हैं.

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