कोंडागांव : छत्तीसगढ़ के पहले फेज के चुनाव में कुछ ही दिन बाकी है. ऐसे में प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.नारायणपुर विधानसभा की बात करें तो इस विधानसभा का कुछ हिस्सा कोंडागांव में भी आता है. जहां कोंडागांव जिला के मर्दापाल थाना क्षेत्र के बेतबेड़ा, चांगेर, कोड़ेनार ग्राम पंचायत में कांग्रेस के प्रत्याशी चंदन कश्यप ने चुनाव प्रचार किया. चंदन कश्यप ने इस दौरान लोगों को पार्टी की रीति-नीतियों और उपलब्धियां के बारे में बताया.इस दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता सुनील यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी चंदन कश्यप से खास बातचीत की.
Narayanpur Assembly Battle : तीनों बाप बेटा ने मिलकर जनता को दिया धोखा, कांग्रेस का काम ही जीत का पैमाना : चंदन कश्यप
Narayanpur Assembly Battle नारायणपुर विधानसभा के प्रत्याशी विधायक चंदन कश्यप ने कोंडागांव से लगे नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया.इस दौरान ईटीवी भारत ने चंदन कश्यप से खास बात की.जिसमें उन्होंने अपने विरोधी केदार कश्यप पर जमकर हमला बोला.Chandan Kashyap Attacks Kedar Kashyap
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Nov 3, 2023, 6:20 PM IST
|Updated : Nov 3, 2023, 8:50 PM IST
सवाल : आप किन-किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जा रहे हैं?
जवाब : मुद्दा हमारा वही है जो हमारे कांग्रेसी सरकार ने 2018 में भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री बने और जो विकास किया. वह विकास को लेकर जाएंगे और जो अधूरा काम है उसको पूरा करेंगे.
सवाल : विकास कार्य नहीं होने को लेकर चुनावी सभा में विधानसभा नारायणपुर की एक महिला सरपंच ने आप पर आरोप लगाया था, इस बारे में आपका क्या कहना है?
जवाब : आप शायद वहां नहीं गए हैं. जाकर पूछ सकते हैं. वहां के गांव के पूरे लोग एक तरफा कांग्रेस की ओर है. वह आप पार्टी की है. ना मुझसे वह कभी जिंदगी में मिली थी. और ना मुझको कोई आवेदन दिया था. मैं वहां गया था आतरगांव में है. उस महिला ने जो आरोप लगाया है वह निराधार है. बीजेपी वालों के पास कोई मुद्दा नहीं है वह उसको उछाल रहे हैं.
सवाल : अब तक 16 घोषणाएं कांग्रेस पार्टी द्वारा की जा चुकी है क्या क्षेत्र में आपके द्वारा भी व्यक्तिगत स्तर पर कुछ घोषणाएं की जा रही है?
जवाब : देखिए व्यक्तिगत घोषणाएं नहीं होती हैं. सामूहिक घोषणा होता है. और आदरणीय भूपेश बघेल ने 15-16 जो घोषणाएं किये हैं उस पर अमल होगा. हम पूर्व में भी 2018 के पहले शासन में आने के पहले जो घोषणाएं कर चुके थे उन घोषणाओं को पूरा करने में मुख्यमंत्री सफल रहे.आज भी जो घोषणा कर रहे हैं उसको भी पूर्ण करके दिखाएंगे.
सवाल : भाजपा प्रत्याशी केदार कश्यप का कहना है कि आप एक निष्क्रिय विधायक हैं. अपने क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं किए हैं जो भी विकास कार्य हैं वह भाजपा कार्यकाल के हैं?
जवाब : शायद अभी भी केदार कश्यप को भ्रम है कि वह मंत्री हैं. वह शायद उसके आंख में दिखता नहीं है उसको चश्मा लगाना पड़ेगा. मर्दापाल से लेकर चित्रकूट रोड, भाटपाल रोड और क्षेत्र में जो चार-चार पुलिया बना है उसको दिखेगा नहीं. क्योंकि वह पत्थर पूजा करके झूठ बोल-बोल के काम किया है. सिर्फ हेलीकॉप्टर मंत्री रहा है. उसने कोई विकास नहीं किया है. तीनों बाप बेटा मिलकर जो भानपुरी के निवासी हैं. भानपुरी को तहसील नहीं बना सके. मर्दापाल को तहसील नहीं बना सके.
बलिराम कश्यप मंत्री विधायक बने. उसके बाद दिनेश कश्यप बने. उसके बाद केदार कश्यप बने. उसके बाद भी तीनों बाप बेटा जनता को लूटते रहे ठगते रहे और अपना उल्लू सीधा करते रहे. उनके ठेकेदारों के बिल्डिंग को आप कहीं-कहीं जाकर देखेंगे तो आज भी केदार कश्यप के शासनकाल में भवनें अधूरी पड़ी है. पैसा निकाल कर खा चुके हैं. उनके कार्यकर्ताओं और ठेकेदारों का विकास हुआ गांव के विकास का वे नहीं सोचे.
सवाल : केदार कश्यप का कहना है कि जब वे शिक्षा मंत्री थे तब क्षेत्र में स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और पढ़ाई के स्तर में ज्यादा विकास हुआ है. शिक्षा के विकास के क्षेत्र में आपके कार्यकाल में आप लोगों ने कुछ खास नहीं किया है?
जवाब : केदार कश्यप और भारतीय जनता पार्टी के लोग झूठ बोलने में माहिर हैं. केदार कश्यप शिक्षा मंत्री रहे जिम्मेदार मंत्री रहे 3000 स्कूल यहां पर बंद करवाए थे. जिसे भारत के सब जनता देखे.भारतीय जनता पार्टी के लोग झूठ बोलते रहे कि हमने यह किया वह किया. कभी उन्होंने शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया. इतना जरूर कह सकता हूं कि केदार कश्यप जब शिक्षा मंत्री थे तो अपनी पत्नी की जगह उन्होंने अपनी साली को एग्जाम देने के लिए लोहण्डीगुडा में बिठाया था यह कांड जग जाहिर है. आप भी जानते हो केदार कश्यप भी अच्छी तरह जानता है.
सवाल : किसानों का कर्ज माफ कांग्रेस की मुख्य घोषणाओं में से एक है पर किसानों में जनता में एक संशय है कि क्या केवल सहकारिता बैंक एवं ग्रामीण बैंक के ही कर्ज माफ होंगे या अन्य बैंकों के भी होंगे?
जवाब : मैं सबसे पहले बता दूं कर्ज माफी के बारे में की कई लोगों का धारणा है कि मेरा कर्जा माफ नहीं हुआ. गाड़ी कृषि ऋण में नहीं आता है. क्योंकि यदि कृषि लोन लेते हैं धान -बीज -खाद के लिए या ट्रैक्टर लिए वह पर्पस से लिया गया लोन माफ होता है .अन्य चीजों के लिए लिया गया लोन माफ नहीं होता है.क्योंकि अभी हमने कहा है कृषि आधारित लोन सहकारी बैंक से लिए हैं उनका कर्ज माफ होगा. पिछले बार भी हमने वही कहा था. लोगों के समझने में अंतर रहा होगा. मुख्यमंत्री ने वही कहा था कि कृषि ऋण जो 2018 में लिया गया था उनको हम माफ करेंगे और वह हमने किया भी था.
सवाल : आज आप मर्दापाल क्षेत्र में चुनाव प्रचार में आए हुए थे यहां हम आपके साथ आए हुए हैं. तो यहां देखा गया कि एक महिला झिरिया का पानी पीने के लिए निकाल रही है आपके इस क्षेत्र में उनके लिए हैंडपंप नहीं है अन्य मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है आपने खुद देखा है इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब : आपको बता दूं 5 साल पहले केदार कश्यप 15 साल तक मंत्री था. पीएचई मंत्री भी वही था. आदिम जाति विकास मंत्री भी वही था. शिक्षा मंत्री भी था. आप देख सकते हैं मेरे साथ आप रोड में गए आपकी गाड़ी भी पार नहीं हुई हमारी बड़ी गाड़ी थी इसलिए गई. वहां पर कोई बोर वाली गाड़ी आज भी नहीं जा पाएगी. इस कारण से वहां के लोग झरिया का पानी पी रहे हैं. अभी उसके बावजूद भी हमने वहां पर ट्रैक्टर वाला बोर से वहां पर बोर करवा दिया है.अभी रोड बन रहा है और बनेगा. नदी सूखेगा तो वहां पर हम दूसरी गाड़ी भेजेंगे और बोर करवा देंगे. वहां पर बिजली भी नहीं है और बिजली भी पहुंच जाएगी.