केशकाल:पिछले कुछ महीनों से केशकाल विकासखंड समेत जिले भर में महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई है. जिससे आक्रोशित आदिवासी युवा छात्र संगठन ने शासन-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. केशकाल बस स्टैंड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है. तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर घटनाओं के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की गई है. दुष्कर्म के आरोपियों के लिए फांसी की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा गया है.
राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन केशकाल सर्व आदिवासी युवा प्रभाग के ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल बघेल ने बताया कि क्षेत्र में आए दिन आदिवासी महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ हो रहे अत्याचार को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मुद्दों और मांगो को लेकर रविवार को केशकाल बस स्टैंड के सामने आदिवासी युवा छात्र संगठन और सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के तत्वावधान में मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिसके लिए हमने अपनी मांगों को लेकर तहसीलदार राकेश साहू के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है.
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जल्द से जल्द मुआवजा दे सरकार
आदिवासी युवा छात्र संगठन के अध्यक्ष सरानन्द मरकाम ने बताया कि जिले में आए दिन दुष्कर्म और आत्महत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन पुलिस और प्रशासन कुछ नहीं कर रही है. यह धरना सरकार को नींद से जागने के लिए है. इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से हम शासन-प्रशासन से मांग करते हैं कि केशकाल के धनोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आदिवासी बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना में संलिप्त आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए. साथ ही केशकाल के बरपारा में आदिवासी युवती को बहला फुसलाकर कर दुष्कर्म करने वाले आरोपी पुलिसकर्मी पर भी वैधानिक कार्रवाई की जाए. पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए. जिससे पीड़ित परिवार को आर्थिक रूप से किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
आदिवासी छात्र संगठन को मिला भीम आर्मी का समर्थन
केशकाल बस स्टैंड में विभिन्न मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे आदिवासी युवा छात्र संगठन के धरने को भीम आर्मी का समर्थन मिला. कोंडागांव भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष रूपेंद्र कोर्राम ने धरने में शामिल होकर सभी को संबोधित किया. आदिवासी छात्र संगठन और सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों की मांग को जायज बताया है. उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए.