कोंडागांव में बड़ी नक्सली साजिश नाकाम कोंडागांव :पुलिस ने फोर्स को नुकसान पहुंचाने की नीयत से लगाए गए IED को निष्क्रिय किया है. इस आईईडी को नक्सलियों ने मडानार और पेरमानाल के बीच रास्ते में लगाया था. जिसकी सूचना समय रहते पुलिस तक पहुंच गई. पुलिस की टीम ने बम निरोधक दस्ते को साथ ले जाकर आईईडी को निष्क्रिय किया. इसके बाद पूरे इलाके में संभावित स्थानों पर सर्चिंग अभियान चलाया ताकि कहीं और दूसरी आईईडी नक्सलियों ने प्लांट ना की हो.
पुलिस को मिली थी सूचना :कोंडागांव पुलिस को नक्सल प्रभावित बयानार थाना क्षेत्र अंतर्गत बयानार से पेरमापाल जाने के निर्माणाधीन रोड में मडानार और पेरमापाल के बीच पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने की नीयत से IED लगाने की सूचना मिली थी. कोंडागांव पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने आईईडी से संभावित बड़ी दुर्घटना रोकने तत्काल कोंडागांव की बम डिस्पोजल टीम और थाना बयानार की फोर्स को आईईडी लगने के संभावित स्थानों पर डिमाइनिंग करने के आदेश दिए.
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बम निरोधक दस्ते ने बम किया डिस्पोज :बम डिस्पोजल टीम को डिमाइनिंग के दौरान बयानार से पेरमापाल जाने के रास्ते में डोकरी घाट के पास सड़क पर 10 किलो का जिंदा आईईडी लगा हुआ मिला. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आईईडी से बड़ी दुर्घटना रोकी गई. वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश से बम डिस्पोजल टीम और पुलिस फोर्स ने सावधानी पूर्वक काम करते हुए तत्काल मौके पर ही आईडी बम को विस्फोट कर नष्ट किया गया. जिससे बयानार थाना क्षेत्र में बड़ी दुर्घटना होने से रोका गया.
डीएसपी सतीश भार्गव ने बताया कि यह कार्रवाई एरिया डोमिनेशन के तहत की गई. उस दौरान हमे बयानार के पेरमापाल में जमीन में एक तार दिखाई दिया. उसके बाद हमने खोजी कुत्ते की मदद ली जिसके बाद हमे आईईडी मिला. फिर हमने उसे डिफ्यूज किया.
क्यों लगाते हैं आईईडी:बस्तर क्षेत्र में पुलिस ने नक्सलियों को बैकफुट पर धकेल दिया है. ऐसे में नक्सली फोर्स से सीधा मुकाबला करने में असमर्थ हैं. इसलिए चोरी छिपे वो फोर्स के मूवमेंट वाले इलाकों में आईईडी प्लांट करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा फोर्स के जवानों को निशाना बनाया जा सके. इस बार भी नक्सलियों ने आईईडी प्लांट करके सुरक्षाबलों को निशाना बनाना चाहा था.