कोंडागांव: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कॉलेजों की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है. नया सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन सरकार ने इसे लेकर अब तक कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं कि परीक्षा होगी या नहीं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व छात्र नेता एवं भाजपा युवा मोर्चा नेता तोयेश चंदेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को संशय में डाल रखा है. वर्तमान में कोरोना वायरस की जो महामारी फैली है, वो लंबे समय तक रहने वाली है. ऐसे में सरकार छात्रों के भविष्य को लेकर अब तक फैसला क्यों नहीं ले रही है. तोयेश चंदेल ने कहा कि सरकार की ओर से जनरल प्रमोशन की बात कही गई थी, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है. वहीं ऑनलाइन परीक्षा होने की स्थिति में छात्रों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऑनलाइन परीक्षा से बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों के हजारों आदिवासी छात्र इससे वंचित हो जाएंगे, इन क्षेत्रों में नेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है.