कोंडागांव: जिले में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में लॉकडाउन लगाया गया है. इस दौरान पुलिस रहवासियों की सुरक्षा के लिए आने-जाने वालों से सख्ती बरत रही है. लोग कई बार पुलिस के इस बर्ताव को लेकर उनकी आलोचना करते हैं, लेकिन जिले में पुलिस प्रशासन कोरोना संकट के खिलाफ जंग में असहायों के साथ खड़ी भी नजर आ रही है. भूखे ट्रक ड्राइवरों को खाना खिलाकर मानवता का परिचय दिया है.
फरसगांव पुलिस एक ओर सड़कों पर पूरी तरह से मुस्तैद है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कड़ाई से कार्रवाई भी कर रही है. दूसरी तरफ थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में रुके हुए भूखे-प्यासे वाहन चालकों तक राहत पहुंचाकर मानवता का परिचय देते नजर आ रहे हैं.
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दो दिन से भूखे ड्राइवर को थाने में खिलाया खाना
पेशे से ड्राइवर अब्दुल रहमान जब भूखे प्यासे गाड़ी के अंदर सोए हुए थे. पुलिस के पूछने पर उन्होंने बताया कि वे दो दिन से भूखे हैं. तीन दिन पहले वो नागपुर से गाड़ी लेकर निकले हैं. रायपुर पहुंचे पर काफी जुगाड़ के बाद थोड़ा सा खाना नसीब हुआ. उसके बाद वे गाड़ी लेकर दंतेवाड़ा तक गए, लेकिन लॉकडाउन के दौरा उन्हें खाने को कुछ नहीं मिला. वे भूखे-प्यासे फरसगांव पहुंचे जहां फरसगांव थाने में उन्हें खाना खिलाया गया, साथ ही उनके साथ फरसगांव में रुके कई वाहन चालकों को भी खाने का पैकेट वितरण कर पुलिस टीम ने मानवता का परिचय दिया.
अन्य ड्राइवरों को बांटे खाने के पैकेट
फरसगांव थाना प्रभारी विनोद कुमार साहू ने बताया कि जिले में लॉकडाउन के दौरान कुछ गाड़ी वाले फरसगांव में रुके हुए थे. शहर में दुकान हाट सब बंद होने के कारण ये भूखे प्यासे गाड़ी के अंदर ही सोए हुए थे. इनके पास जाकर पूछने पर पता चला कि ये कई दिनों से भूखे-प्यासे हैं. उनके लिए थाने में खाना बनवा कर पैकेट के माध्यम से दिया गया. इसके साथ-साथ वाहन चालकों को कोरोना से बचने के लिए जरूरी ऐहतियात बरतने की भी हिदायत दी गई.