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कोंडागांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को दी जा रही एक्सपायरी दवाईयां - Negligence at the Vishrampuri Community Health Center

कोंडागांव के विश्रामपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना मरीज को जिंक सल्फेट की एक्सपायरी टेबलेट दी गई. इसकी शिकयत मिलने पर तहसीलदार आशुतोष शर्मा अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे. यहां उन्हें कोई भी स्टाफ समय पर अस्पताल में मौजूद नहीं मिला. इस दौरान उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई.

Expiry medicine
एक्सपायरी दवाई

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Published : May 20, 2021, 9:18 AM IST

Updated : May 20, 2021, 10:53 AM IST

कोंडागांव: प्रदेशभर में कोरोना का कहर जारी है. सभी जिलों में महामारी से बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस बीच केशकाल के विश्रामपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भारी अव्यवस्थाएं देखने को मिल रही हैं. यहां के दवाई वितरण केंद्र से एक्सपायरी दवाई वितरण करने की शिकायतें मिली हैं. जिसके बाद शिकायतकर्ता कोरोना संक्रमित परिवार से पूछने पर पता चला कि उन्हें जिंक सल्फेट डिस्पर्सिबल की एक्सपायरी टेबलेट दी गई है. मामले की पड़ताल करने जब तहसीलदार आशुतोष शर्मा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, तब वहां कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था. अस्पताल परिसर में सुबह 8:30 बजे से मरीज डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे.

मरीजों को दी जा रही एक्सपायरी दवाईयां
कोंडागांव जिले के शहरी क्षेत्रों में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों की दर कम होती जा रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, साथ ही अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे हैं. यहां ओपीडी खुलने का समय सुबह 9 बजे से है. जिसके कारण मरीज 8:30 बजे ही अस्पताल पहुंच जाते हैं, लेकिन अव्यवस्था के कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है. वहीं तहसीलदार निरीक्षण करने पहुंचे, तो सुबह 9:15 बजे तक ओपीडी में ना तो कोई कर्मचारी उपस्थित था और ना ही कोई डॉक्टर.

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एक्सपायरी दवाई देने परतहसीलदार ने लगाई फटकार

एक्सपायरी दवाई वितरण के मामले की जानकारी जब विश्रामपुरी तहसीलदार आशुतोष शर्मा को दी गई, तो वे तत्काल अस्पताल पहुंचे. जहां ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं मिला. उन्होंने जब दवाई वितरण केंद्र में जिंक सल्फेट का पैकेट देखा, तो उसकी वैधता फरवरी 2021 थी. इस पर तहसीलदार ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी कर्मचारियों को फटकार लगाई. इस दौरान बीएमओ डॉ यूएन ध्रुव और जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी, वे भी अस्पताल पौने 10 बजे पहुंचे. तहसीलदार ने वितरण केंद्र से जिंक सल्फेट की एक्सपायर हो चुकी दवाईयों को जब्त कर पंचनामा बनाया. इस दौरान उपस्थित कर्मचारियों ने तहसीलदार के समक्ष बयान देते हुए आगे कोई गलती ना करने की बात कही, साथ ही सावधानीपूर्वक काम करने और समय पर अस्पताल पहुंचने की बात कही.

जांच रिपोर्ट आने के बाद एसडीएम करेंगे कार्रवाई

केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी ने कहा कि लापरवाही की सूचना मिलते ही विश्रामपुरी तहसीलदार को अस्पताल में निरीक्षण के लिए भेजा गया था. इस मामले में पंचनामा तैयार किया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, साथ ही ओपीडी में भी अव्यवस्थाओं की भी जानकारी मिली है. इस समस्या को भी जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाएगा.

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विधायक ने भी किया था अस्पताल का दौरा

कुछ दिन पहले भी विधायक सेवकराम नेताम को भी अस्पताल की शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद वे निरीक्षण करने पहुंचे थे. तब भी अस्पताल में डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए थे. सेवकराम नेताम ने उस समय भी तत्काल कोंडागांव कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा को फोन के माध्यम से जानकारी दी थी. जिस पर सफाई देते हुए बीएमओ डॉ यू एन ध्रुव ने कहा था कि एक्सपायरी डेट की दवाईयों का वितरण और समय से डॉक्टरों के अस्पताल नहीं आने पर जांच की जाएगी. कर्मचारियों की गलती पाई जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

विधायक सन्तराम नेताम ने भी कहा कि यदि इस कोरोना संक्रमण काल में भी कोई अपने काम के प्रति लापरवाही करता है, तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं खुद अस्पताल का निरीक्षण करने जाऊंगा. किसी भी तरह की लापरवाही दिखने पर सीएमएचओ को निर्देशित करूंगा.

Last Updated : May 20, 2021, 10:53 AM IST

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